आगरा: आगरा दो दिवसीय दौरे पर आए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज शुक्रवार को सर्किट हाउस में जनता दरबार लगाया। काफी संख्या में फरियादी अपनी शिकायतों को लेकर सर्किट हाउस पहुंचे थे।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोगों की समस्याएं सुनी और उनका शिकायती पत्र भी लिया। उप मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया और इंसाफ मिलने की भी बात कही। लोगों से मिलने के बाद उपमुख्यमंत्री पत्रकारों से रूबरू हुए। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी। ज्ञानवापी मस्जिद पर बयान देते हुए कहा कि न्यायालय का जो फैसला आया है, उसका अनुपालन कराना प्राथमिकता रहेगा।
रेप पीड़िता ने बयां किया अपना दर्द
केशव प्रसाद मौर्य जब भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अलग से बातचीत कर रहे थे, उसी दौरान कुछ लोग नारेबाजी करते हुए सर्किट हाउस पहुंच गए। उनकी नारेबाजी से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। मामले की जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि कुछ लोग एक रेप पीड़िता को इंसाफ दिलाए जाने की मांग को लेकर आए हैं। उनके साथ रेप पीड़िता भी थी। रेप पीड़िता ने बताया कि उसके देवर ने उसके साथ मारपीट की और दुष्कर्म भी किया। पुलिस से शिकायत की तो पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। इसलिए कई दिनों से वह रिपोर्ट लिखाने के लिए दर-दर भटक रही है। उसके चोटें भी आई हैं लेकिन पुलिस को उसका दर्द दिखाई नहीं देता। डिप्टी सीएम ने पीड़िता की बात सुनी और कार्रवाई के निर्देश दिए।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आज सर्किट हाउस में भारी संख्या में लोग अपनी शिकायतों को लेकर उमड़े हैं। इससे यह साफ जाहिर होता है कि भाजपा सरकार पर लोगों को कितना भरोसा है, इसीलिए तो लोग अपनी अपनी समस्याओं को लेकर आए हैं जबकि पिछली सरकारों में तो किसी भी तरह की सुनवाई भी नहीं हुआ करती थी। आज सभी लोगों की समस्याओं को सुना गया है और उनके समाधान का भी आश्वासन दिया गया है।
वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद का कोर्ट के आदेश पर सर्वे होने जा रहा है लेकिन एक समुदाय ने इसका विरोध कर दिया है। इसको लेकर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का कहना था कि कोर्ट का जो आदेश आया है, उस आदेश का सम्मान होगा और आदेश का पालन भी कराया जाएगा।
ललितपुर कांड में लगातार अखिलेश की ओर से प्रतिक्रिया दिए जाने पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने हमला बोला। उनका कहना था कि इस मामले में सरकार ने उचित कदम उठाते हुए दोषियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है लेकिन अखिलेश बेवजह मामले को तूल दे रहे हैं। ऐसा लगता है कि अखिलेश की हार की बौखलाहट सामने आ रही है।