सारी दुनिया उन्हें हिटमैन के नाम से जानती है। जब क्रीज पर उतरता है तो कई उम्मीदें साथ उतरती हैं। कई लोगों की नजर में उसके पास इंजमाम-उल-हक जैसी लेजी एलिगेंस है। कुछ लोग कहते हैं कि मार्क वॉ जैसा फ्लो है उसके बल्ले में। जी, बात हो रही है रोहित शर्मा की। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा की। आज उनका 35वां जन्मदिन है। उनकी टीम मुंबई इंडियंस की हालत इंडियन प्रीमियर लीग में बहुत अच्छी न हो लेकिन उनकी कप्तानी में मुंबई ने कई बार इतिहास रचा है।
रोहित के पास टाइमिंग है। कमाल की टाइमिंग। गेंद और बल्ले का जब मेल होता है तो देखने वाले की आंखों को सुकून मिलता है। आईपीएल में एक नहीं, दो नहीं, तीन नहीं बल्कि पांच-पांच बार मुंबई इंडियंस को खिताब जितवाने वाला खिलाड़ी। वह विपक्षी टीम को ऐसी परिस्थिति में डाल देता है कि वह समझ नहीं पाती कि उसे आउट करे या उसकी बल्लेबाजी की तारीफ। यह खासियत है रोहित गुरुनाथ शर्मा का।
रोहित वनडे में तीन बार डबल सेंचुरी लगा चुके हैं। वो अकेले खिलाड़ी हैं जो सीमित ओवरों के फॉर्मेट में तीन बार दोहरा शतक लगा चुके हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर 264 का है। श्रीलंका के खिलाफ साल 2014 में। रोहित जब आउट होकर पविलियन लौटे थे तो कोच डंकन फ्लेचर ने कहा था, ‘आज तुम तिहरा शतक लगा सकते थे।’ लंबे वक्त तक रोहित टीम से अंदर-बाहर होते रहे।
प्रतिभा पर सवाल नहीं थे। कभी नहीं। लेकिन सवाल का निरंतरता का। रन बनें और नियमित बनें, तभी आप टीम में बने रहते हैं। लगातार बने रहते हैं। लेकिन रोहित रन तो बना रहे थे लेकिन उनकी क्लास और रन में मेल नहीं था। फिर वह मौका आया जब उन्हें पारी की शुरुआत करने को कहा गया। महेंद्र सिंह धोनी ने 2013 में रोहित को सलामी बल्लेबाज बनाया। और पारी की शुरुआत असल में रोहित के करियर की नई शुरुआत बन गई। यहां से रोहित अलग ही लीग में चले गए।
2007 में डेब्यू करने वाले रोहित ने खुद कहा था कि 2013 से पहले के वक्त को वह ज्यादा नहीं मानते। 2013 से रोहित की गाड़ी तो पटरी पर दौड़ना शुरू हुई तो बस दौड़ती ही चली गई। उसी साल चैंपियंस ट्रॉफी में उन्होंने दो हाफ सेंचुरी लगाईं। और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी साल के अंत में 209 रन ठोक दिए।
2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 में सेंचुरी लगाई। इस फॉर्मेट में अपनी पहली। रोहित के नाम अब टी20 इंटरनैशनल में चार शतक हैं।
मुंबई इंडियंस की टीम इस सीजन में आठ मैच चुकी है। लगातार। जीत का खाता नहीं खुला है। आज उसका मुकाबला राजस्थान रॉयल्स से है। प्लेऑफ के दरवाजे बंद हो चुके हैं। और अब बात आत्मसम्मान की है। और मुंबई की कोशिश अपने कप्तान को जन्मदिन का तोहफा देने की होगी।
विराट कोहली ने गौरव कपूर के शो ब्रेकफस्ट विद चैंपियन में कहा था, ‘जब हम शुरू में खेल रहे थे तो सभी बोलते थे- एक प्लेयर आ रहा है रोहित शर्मा। हम सोचते थे, यंग प्लेयर तो हम भी हैं, हमारी कोई चर्चा नहीं कर रहा। ये रोहित कौन हैं। फिर मैंने 2007 टी20 वर्ल्ड कप में उसे देखा। और बोला- आराम से बैठ जाओ यार। यह बहुत अलग खिलाड़ी है।’
विराट ने भी बोला था- रोहित के पास गेंद खेलने के लिए दूसरे बल्लेबाजों से डेढ़ सेकंड ज्यादा होता है। यह एक कमाल के बल्लेबाज की खासियत होती है। वह गेंद की लेंथ पहले पढ़ लेता है। खुद को उसके लिए तैयार कर लेता है। यही तो रोहित की खासियत है। उन्हें देखकर लगता है कि आप वीडियो .75 की स्पीड से देख रहे हैं। जरा सा रुका सा लगता है जब आप रोहित को देखते हैं।
-एजेंसियां
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