नई दिल्ली। पहलवानों के साथ खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की बैठक खत्म हो गई है। खेल मंत्री और पहलवानों के बीच लगभग पांच घंटे तक चर्चा हुई। खेल मंत्री के साथ बैठक खत्म होने के बाद बजरंग पुनिया ने कहा कि सरकार ने 15 दिन का समय ने मांगा है। हमारा प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ है। बजरंग पुनिया ने कहा कि खिलाड़ियों के केस वापस लिए जाने का भी खेल मंत्री से आश्वासन मिला है।
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे पहलवानों ने बुधवार (7 जून) को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की। केंद्रीय मंत्री और पहलवानों के बीच तकरीबन 5 घंटे तक बैठक चली. ये मीटिंग दिल्ली में अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) के आवास पर हुई।
पहलवानों के आंदोलन खत्म कराने को लेकर सरकार ने समाधान स्वरूप बातचीत के लिए खिलाड़ियों को बुलाया था। पहलवान बीजेपी सासंद और डब्ल्यूएफआई के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. इस बैठक के बाद अनुराग ठाकुर ने कहा कि मैंने खिलाड़ियों को बातचीत के लिए न्योता दिया था, सकारात्मक बातचीत हुई है।
खेल मंत्री ने कहा कि बैठक में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई वो हैं– 15 जून तक पुलिस चार्जशीट दायर करे, रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव 30 जून तक संपन्न करवाए जाएं, जब तक रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव नहीं होता तब तक आयोग की कमेटी से दो लोगों का नाम प्रस्तावित किया गया है। इसके अलावा महिला खिलाड़ियों को आवश्यकतानुसार सिक्योरिटी मिलने पर चर्चा की। खिलाड़ियों ने कहा है कि 15 जून तक फिलहाल कोई प्रदर्शन या आंदोलन नहीं करेंगे।
इस बैठक के बाद बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने कहा कि हमारी सरकार से कुछ मुद्दों पर बात हुई है। वो इस बात पर सहमत हुए हैं कि खिलाड़ियों के ऊपर जितने केस हुए हैं वो सब हटाए जायेंगे। हमारी कुछ मांगों को सरकार की ओर से माना गया है, लेकिन अभी और भी मांगे हैं जिसपर हमारा सरकार से मतभेद है। हमें उम्मीद है जल्द ही वो बातें भी मान ली जायेंगी।
उन्होंने कहा कि हमने कुछ मुद्दों पर चर्चा की थी. पुलिस की जांच 15 जून तक पूरी हो जानी चाहिए और मंत्री ने हमसे तब तक विरोध प्रदर्शन नहीं करने का अनुरोध किया है। उन्होंने ये भी कहा कि महिला पहलवानों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा। खिलाड़ियों के मुताबिक आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. पहलवान खाप चौधरियों के सामने सरकार से जो बातचीत हुई है, उसके बारे में जानकारी देंगे।
आंदोलन की अगुआई कर रहे पहलवानों में शामिल विनेश फोगाट बैठक में शामिल नहीं हुई। वह हरियाणा के अपने गांव बलाली में एक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में शामिल हुईं। हालांकि उन्होंने ट्वीट कर कहा, “सारे पत्थर नहीं होते हैं मलामत का निशां, वो भी पत्थर है जो मंजिल का निशां देता है।”
इस बैठक में टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया, रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक और उनके पहलवान पति सत्यव्रत कादियान ने हिस्सा लिया। पहलवानों का समर्थन कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने भी बैठक में हिस्सा नहीं लिया।
बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। उनके खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एफआई भी दर्ज की है। इस बीच सरकार निष्पक्ष जांच कराने को कह रही है।
गौरतलब है कि देश के ये नामी पहलवान बीती 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे हालांकि 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर वहां महिला महापंचायत के आयोजन के लिए कूच करने की कोशिश के बाद दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को हिरासत में ले लिया था और फिर उन्हें धरना स्थल से हटा दिया गया था।
Compiled: up18 News