प्रयागराज। महाकुंभ का आज 7वां दिन है। सीएम योगी भी पहुंचे हैं। उन्होंने हेलिकॉप्टर से महाकुंभ मेला क्षेत्र का जायजा लिया। इसके बाद सीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित कुंभ यात्रा के दौरान सुरक्षा तथा अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
सीएम ने अफसरों के साथ 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर 8-10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने पर भीड़ की सुरक्षा कैसे की जाएगी, इस पर भी मंथन किया। 22 जनवरी को महाकुंभ में कैबिनेट की बैठक होगी। इसकी तैयारियों के साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कुंभ दौरे को लेकर भी चर्चा की गई।
इसके साथ ही जूना अखाड़े के बाद अब निरंजनी अखाड़े में भी नागा संन्यासी बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यहां 400 से ज्यादा संन्यासियों का संस्कार किया जा रहा है। इनकी शपथ प्रार्थना कल भोर में 4 बजे होगी। इनमें महिलाएं भी शपथ लेंगी। आज दोपहर 12 बजे तक 31 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। अब तक कुल 8 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं। 27 जनवरी को गृहमंत्री अमित शाह भी कुंभ आएंगे। वह संगम स्नान करके पूजा-अर्चना करेंगे।
मेला क्षेत्र के सेक्टर-6 में बालू को जेसीबी से बराबर किया जा रहा था, तभी लाल कपड़े में लपेटा नवजात लड़के का शव मिला। इसके बाद काम रोक दिया गया। पुलिस के मुताबिक, शव करीब 10 दिन पुराना है। रात 10 बजे महाकुंभ में बम की सूचना से अफरा-तफरी का माहौल हो गया। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के शिविर में बम की सूचना पर फोर्स मौके पर पहुंची। छानबीन के दौरान कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
राजस्थान के लीएम भजनलाल शर्मा ने संगम स्नान किया। महाकुंभ में शामिल होने के लिए वह देर रात प्रयागराज पहुंचे थे। रात में संगम क्षेत्र के सेक्टर-6 में बने राजस्थान सरकार के शिविर में पहुंचे। महाकुंभ में राजस्थान के लोगों से मुलाकात की।
श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के बड़ी संख्या में नागा संन्यासियों को आधी रात ‘संन्यास दीक्षा’ दी गई। जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज ने संन्यासी होना अर्थात् अग्नि, वायु, जल और प्रकाश के बारे में बताया। आधी रात 8 से 10°C तापमान में नागा संन्यासी कड़ी सर्दी में संगम तट पर दीक्षा में लीन दिखे। नागा सन्यासी आग के चारों ओर बैठे और गुरु ने उन्हें दीक्षा दी।
महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 17 पुलिस अधिकारियों की नई तैनाती की गई है। मौनी अमावस्या के मुख्य स्नान पर्व पर लगभग 10 करोड़ श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने की उम्मीद है, जिससे पुलिस अधिकारियों के लिए सुरक्षा, यातायात और भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है। इसलिए अनुभवी अधिकारियों को यहां भेजा गया है, जिसमें साइबर मुख्यालय लखनऊ के साइबर एक्सपर्ट एडिशनल एसपी श्वेताभ पांडेय, गाजियाबाद के पीयूष सिंह और गौतम बुद्धनगर के सुधीर कुमार शामिल हैं।
इसके अलावा बिजनौर से डिप्टी एसपी अंजनी चतुर्वेदी, आजमगढ़ से अजय विक्रम सिंह, गौरव शर्मा, मुजफ्फरनगर से यतेंद्र सिंह, बाराबंकी से सुमित त्रिपाठी, बहराइच से रवि खोखर, लखीमपुर खीरी से रमेश तिवारी, सिद्धार्थनगर से सुबेंदु सिंह, यूपी-112 मुख्यालय से राहुल पांडेय, लखनऊ से विकास पांडेय, एटा से अमित राय, हरदोई से रविप्रकाश, आजमगढ़ से तारकेश्वर पांडेय और 43वीं वाहिनी एटा से उपसेनानायक कमल किशोर को भी तैनात किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि मौनी अमावस्या के लिए संगम क्षेत्र में व्यवस्था को तीन जोनों में बांटकर किया जा रहा है।
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