चीन की दिग्गज रियल एस्टेट कंपनी ने कोर्ट में किया बैंकरप्सी के लिए आवेदन

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चीन में 2021 के मध्य में रियल एस्टेट का संकट शुरू हुआ था और तबसे कई बड़ी कंपनियां डिफॉल्ट कर चुकी हैं। देश में होने वाली मकानों की कुल बिक्री में इन कंपनियों की 40 परसेंट हिस्सेदारी है। माना जा रहा है कि चीन का रियल एस्टेट सेक्टर का संकट दूसरे सेक्टर्स को भी अपनी चपेट में ले सकता है। देश की सबसे बड़ी प्राइवेट डेवलपर कंट्री गार्डन की हालत भी दिनोंदिन खराब हो रही है। कंपनी ने इस महीने ब्याज के भुगतान में डिफॉल्ट किया है। इससे निवेशक काफी घबराए हुए हैं। रियल एस्टेट संकट के कारण चीन में कई हाउसिंग प्रोजेक्ट अटके हुए हैं।

कब बनी थी कंपनी

एवरग्रेंड ने कहा है कि क्रेडिटर्स इस महीने रिस्ट्रक्चरिंग पर वोट कर सकते हैं। पिछले महीने कंपनी ने कहा था कि 2021 और 2022 में उसे कुल 81 अरब डॉलर का घाटा हुआ। इससे निवेशकों में खलबली मची हुई है। कंपनी ने मार्च में डेट रिस्ट्रक्चरिंग प्लान दिया था लेकिन इसे लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। सोमवार को इसकी इलेक्ट्रिक वीकल यूनिट चाइना एवरग्रेंड न्यू एनर्जी वीकल ग्रुप ने भी रिस्ट्रक्चरिंग का प्रस्ताव दिया था। चाइना एवरग्रेंड के शेयरों की ट्रेडिंग मार्च 2022 से ही सस्पेंड चल रही है।

1996 में स्थापित एवरग्रेंड चीन की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों में से एक है। उसके फाउंडर शू जियायिन साल 2017 में देश के सबसे अमीर कारोबारी थे। रियल एस्टेट में सफलता के बाद कंपनी ने इलेक्ट्रिक व्हीकल, हेल्थ क्लीनिक, मिनरल वॉटर सहित कई दूसरे कारोबारों में प्रवेश किया। हांगकांग के शेयर बाजार में 2021 के बाद से कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है।

Compiled: up18 News


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