चीन गहरे संकट में, बिखर गया उसका ‘सफल विकास मॉडल’: वॉल स्ट्रीट जर्नल

INTERNATIONAL

अपनी स्पेशल रिपोर्ट में वॉल स्ट्रीट जर्नल ने लिखा है, “अर्थशास्त्री अब मानते हैं कि चीन बहुत धीमी ग्रोथ के युग में प्रवेश कर रहा है, प्रतिकूल डेमोग्राफ़िक्स, अमेरिका और उसके सहयोगियों के साथ बिगड़ते रिश्ते इस स्थिति को और ख़राब बना रहे हैं. इससे चीन के विदेशी निवेश और व्यापार को ख़तरा पैदा हो रहा है.”

लेख में कोलंबिया यूनिवर्सिटी के आर्थिक संकट के मामलों के प्रोफ़ेसर एडम टूज़ ने कहा है, “अब चीन का आर्थिक मॉडल टूट गया है, हम चीन के आर्थिक इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट देख रहे हैं. ”

रिपोर्ट के अनुसार सरकार का कुल कर्ज़ साल 2022 तक चीन के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 300 प्रतिशत हो गया.

अख़बार लिखता है कि बीजिंग के सत्ता के गलियारों में वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि पिछले दशकों का विकास मॉडल अब अपनी अधिकतम सीमा तक पहुंच गया है. कुछ जानकारों का मानना है कि विकास का मतलब है कि कई तरह के प्रोजेक्ट में निवेश बढ़ाया जाए.

बीते साल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पार्टी के नई पीढ़ी के नेताओं से कहा था, “आप नए जूतों के साथ पुराने रास्ते पर नहीं चल सकते.”

अख़बार ने लिखा है कि शी जिनपिंग और उनकी टीम ने अब तक देश के पुराने विकास मॉडल से हट कर कुछ नया करने के लिए बहुत कम काम किया है.

Compiled: up18 News


Discover more from Up18 News

Subscribe to get the latest posts sent to your email.