आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी ओपन एआई ने चैटबोट चैटजीपीटी का नया एडवांस संस्करण GPT-4 लॉन्च किया है। ये कई विषयों का एक्सपर्ट है। ये चिकित्सीय सलाह भी देता है, जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान रह जाते हैं। ये इमेज देखकर उसको डिस्क्राइब कर सकता है। इसके चुटकुले भी पहले से ज्यादा मजेदार हो गए हैं। आइए जानते हैं क्या हैं इसकी खूबियां और खामियां…
जीपीटी-4 की खूबियां
पहले से ज्यादा सटीक: भाषाओं और व्याकरण सहित कई विषयों के मामले में पहले से ज्यादा समृद्ध, व्यवस्थित और सटीक हो गया है।
तथ्यों के ज्यादा करीब: ये अब पहले से ज्यादा फेक्चुअल (तथ्यपरक) जानकारियां देता है। पहले की तुलना में ये सवालों के सीधे और अधिक सटीक जवाब देता है।
इमेज देखकर सवालों का जवाब: ये इमेज का प्रभावी वर्णन (डिस्क्राइब) करने में सक्षम है। फ्रिज में रखी वस्तुओं की तस्वीर देखकर सुझा सकता है कि उनसे किस तरह के व्यंजन तैयार किए जा सकते हैं।
विशेषज्ञता बढ़ी: किसी मरीज की बीमारी और उससे संबंधित मुश्किल मेडिकल शब्दावली समझ सकता है। इलाज का सही तरीका और दवाओं की सलाह भी दे सकता है।
आर्टिकल एडिट: ये किसी आर्टिकल को पढ़कर उसका संपादन (एडिट) कर सकता है। कैप्शन, विवरण और संक्षेप भी लिख सकता है। ये 25,000 शब्दों तक प्रोसेस करने में सक्षम है।
सेंस ऑफ ह्यूमर: ये न केवल पहले से बेहतर और नए जोक्स सुना सकता है, बल्कि विषय दिए जाने पर नए जोक्स गढ़ भी सकता है। इसका सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा है।
पहेलियां सुलझाने में माहिर: इसकी रीजनिंग क्षमता काफी बेहतर हो गई है। ये कई जटिल पहेलियां और क्विज हल करने में सक्षम है।
परीक्षा पास करने में सक्षम: ये कई स्टैंडराइज परीक्षा अच्छे पर्सेंटाइल के साथ पास कर सकता है। इसने कई अमेरिकी स्कूली और यूनिवर्सिटी स्तर की परीक्षाओं में ये कमाल करके दिखाया है।
अभी भी कुछ खामियां बरकरार
यूजर के मुताबिक GPT-4 में अब भी कुछ खराबियां कायम हैं। ये कुछ वैसे ही गलतियां करता है, जो पिछला चैटबॉट चैटजीपीटी करता था। भविष्य की परिकल्पनाओं के मामले में अभी ये परिपक्व नहीं है। सही गलत की खुद पहचान करने में सक्षम न होने के चलते ये कई बार पूरी तरह गलत जानकारियां भी दे देता है।
-एजेंसी