कावेरी नदी का पानी तमिलनाडु को दिए जाने के फैसले के विरोध में कन्नड़ और किसान संगठनों ने शुक्रवार को कर्नाटक बंद’ का आह्वान किया है.
बेंगलुरु की अधिकांश आईटी कंपनियों और अन्य फर्मों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा है.
‘कन्नड़ ओक्कूटा’ नाम के संगठन ने इसकी अपील की थी. कर्नाटक बंद का असर शुक्रवार को बेंगलुरु और राज्य के अन्य दक्षिणी हिस्सों में दिख रहा है.
अधिकारियों ने बेंगलुरु शहर, मंड्या, मैसूर, चामराजनगर, रामानगर और हासन ज़िलों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू की गई है और वहां स्कूलों और कॉलेजों के लिए छुट्टी घोषित कर दी है.
कावेरी के आस-पास के ज़िलों में दुकानें पूरी तरह बंद हैं. इन इलाकों में निजी वाहन भी नहीं नज़र आ रहा हैं.
कन्नड़ फिल्म उद्योग ने बंद को अपना समर्थन दिया है. राज्यभर के सिनेमाघरों ने शाम तक के शो रद्द कर दिए हैं, कर्नाटक फिल्म प्रदर्शक संघ ने बंद का समर्थन किया है.
सुप्रीम कोर्ट के कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण और विनियमन समिति के आदेशों में हस्तक्षेप करने से इंकार करने के बाद कर्नाटक को पड़ोसी राज्य तमिलनाडु को 28 सितंबर से 15 अक्टूबर 2023 तक बिलीगुंडलू में 3,000 क्यूसेक पानी छोड़ना है. इसे लेकर ही कर्नाटक में विरोध प्रदर्शन हो रहा है.
Compiled: up18 News
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.