जन्मोत्सव विशेष: जय जय परशुराम प्रभु, धर्म के दीप जलाओ, अन्याय के घोर अंधेरे में, फिर से ज्योति जगाओ
परशुराम जी की उपस्थिति आज भी प्रासंगिक है। “हे परशुराम, अब कब तक इंतजार करें?” आज के दौर में परशुराम की शिक्षा और आदर्श हमें सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। उनके संघर्ष, न्याय के प्रति समर्पण और अत्याचार के खिलाफ उठाए गए कदम आज भी प्रासंगिक हैं। जब समाज में भ्रष्टाचार, […]
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