विश्वविद्यालय: शिक्षा का मंदिर या जाति की प्रयोगशाला?

“हमारी जाति एचएयू: हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में छात्र आंदोलन और जातिगत अन्याय के खिलाफ उठती आवाज” हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू), हिसार – देश के प्रतिष्ठित कृषि संस्थानों में गिना जाता है। पर आज यह संस्थान छात्रों के लिए जातिगत अपमान और प्रशासनिक चुप्पी का केंद्र बन गया है। “हमारी जाति एचएयू” यह नारा केवल नारा […]

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कॉलर ट्यून या कलेजे पर हथौड़ा: हर बार अमिताभ क्यों?

सरकार को समझना चाहिए कि चेतावनी सिर्फ चेतना के लिए होती है, प्रताड़ना के लिए नहीं। एक बार, दो बार, चलिए तीन बार — पर हर कॉल पर वही ट्यून, वही स्क्रिप्ट, वही अंदाज़ — यह सिर्फ संचार व्यवस्था को बोझिल नहीं बना रही, बल्कि जनता का भरोसा भी खो रही है। आखिर हम कब […]

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रिश्तों का एटीएम: जब प्यार केवल ट्रांज़ैक्शन बन जाए

रिश्ते अब महज़ ज़रूरतों के एटीएम बनते जा रहे हैं। डिजिटल दुनिया ने संवाद को ‘रीचार्ज पैकेज’ और मुलाक़ातों को ‘होम-डिलीवरी’ में बदल दिया है। दिलचस्पी कम होते ही लगाव की नींव दरकने लगती है—माँ-बेटे के फ़ोन-कॉल में ‘ऑर्डर डिलिवर्ड’ का नोटिफ़िकेशन रह जाता है, दोस्ती ‘वीडियो क्लिप फ़ॉरवर्ड’ तक सिमट जाती है, और दाम्पत्य […]

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एयर इंडिया हादसा: जवाबदेही किसकी है, और कब तय होगी?

12 जून 2025 को अहमदाबाद के आसमान में जो हुआ, वह सिर्फ एक विमान दुर्घटना नहीं थी — यह उस पूरे ढांचे का मलबा था, जो कागज़ों में “रिफॉर्म” के नाम पर चमकता है, सरकार और निजी क्षेत्र जिसे ‘सुधार’ और ‘आधुनिकीकरण’ की चमकदार पैकेजिंग में जनता को दिखाते हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत में वह […]

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गुजरात में प्लेन क्रैश की त्रासदी: 242 यात्रियों की चली गयी जान, अनगिनत सवालों से भरा “आसमान”

“ड्रीमलाइनर या डेथलाइनर?: जब उड़ान ही आख़िरी सफर बन गई” “हादसे की ऊँचाई से गिरते सवाल: अहमदाबाद की एक दोपहर” अहमदाबाद की सुबह सामान्य थी। लोग अपनी-अपनी दिनचर्या में व्यस्त थे। किसी ने नहीं सोचा था कि यह दिन भारत की नागरिक उड्डयन प्रणाली पर एक गहरा धब्बा छोड़ जाएगा। 12 जून 2025 को एयर […]

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मैच फिक्स किए गए चुनाव लोकतंत्र के लिए जहर हैं: राहुल गांधी

मैंने तीन फरवरी को संसद में दिए अपने भाषण और उसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में पिछले साल हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया को लेकर चिंता जाहिर की थी. देश में हुए चुनावों को लेकर मैंने पहले भी संदेह जताया है. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि हर चुनाव में और हर जगह […]

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राखीगढ़ी: इतिहास की परतों में छुपी स्त्री, संस्कृति और सभ्यता का पुनर्पाठ

हरियाणा स्थित राखीगढ़ी हड़प्पा सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल है, जहाँ से मिले 4600 साल पुराने महिला कंकाल, शंख की चूड़ियाँ और ताम्र नृत्यांगना की प्रतिमा सभ्यता में स्त्री की केंद्रीय भूमिका को रेखांकित करते हैं। डीएनए विश्लेषण ने ‘आर्य आक्रमण सिद्धांत’ पर सवाल उठाए हैं और भारत की सांस्कृतिक निरंतरता को सिद्ध किया है। […]

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विश्व पर्यावरण दिवस: क्या आपने आज साँस ली?

“क्या आपने आज साँस ली?” शायद हाँ। तो शुक्र मनाइए, लेकिन डॉक्टर का नहीं, सरकार का नहीं, उस प्रकृति का, जिसने बिना बिल भेजे, बिना पहचान माँगे, एक और दिन जीने का मौका दिया। लेकिन अब ज़रा सोचिए, अगर कल सुबह से ऑक्सीजन मीटर लग जाए, और हर लीटर पर शुल्क तय हो जाए, तो […]

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Tragic Accident in UP : एक दूसरे को बचाने के चक्कर में तीन दोस्तों की नदी में डूबने से मौत

दोस्ती या मौत की सैर: जब यार ही यमराज बन जाएं, तो मां-बाप किस पर भरोसा करें?

हरियाणा में इन दिनों एक डरावना चलन पनपता दिख रहा है। हर हफ्ते कहीं न कहीं से यह खबर आती है कि कोई युवा दोस्तों के साथ घूमने गया और लौट कर अर्थी में आया। ये घटनाएं केवल अखबार की सुर्खियां नहीं, बल्कि हमारे सामाजिक ताने-बाने और व्यवस्था की खामियों की वीभत्स तस्वीर हैं। ‘दोस्ती’ […]

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2 जून की रोटी को लेकर सोशल मीडिया पर आई मीम्स की बाढ़, जानिए क्या है पूरा माजरा!

जून का महीना आते ही लोगों को दो चीजों की याद सबसे ज्यादा आती है, एक तो बेहाल करने वाली गर्मी से बचाने के लिए बारिश की, और दूसरा, ‘2 जून की रोटी’ की! आपने अक्सर लोगों से दो जून की रोटी के बारे में सुना होगा. कोई मजाक में कहता है तो कोई सीरियस […]

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