कान फिल्म फेस्टिवल की क्लोजिंग फिल्म ‘एलिमेंट सिटी’ उन पंच तत्वों की कहानी है जिनसे मिल कर ही इंसान बना है यह दुनिया बनी है। लेकिन क्या कभी आग और पानी दोस्त हो सकते हैं? क्या यह दोनों प्यार कर सकते हैं? साथ रह सकते हैं? ऐसे ही सवालों के साथ डिज़्नी और पिक्सार की यह एनीमेशन फिल्म इस साल के फेस्टिवल की आखिरी फिल्म रही।
जब लगातार लंबी और कुछ हद तक दिमाग के पहियों को दौड़ाने वाली फिल्में देखते रहे तो यह फिल्म एकदम स्पा ट्रीटमेंट जैसी सामने आती है। इससे पहले इन्हीं की फिल्म ‘इनसाइड आउट’ भी कान फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जा चुकी है। इस फिल्म से पहले इस साल के अवॉर्ड्स भी लाइव दिखाए जा रहे थे।
अनसर्टेन रेगार्ड सेक्शन के अवॉर्ड वाले जूरी के जॉन सी रायली जब स्टेज पर आए और करीब एक मिनिट तक लोगों से संकेतों में ही बात करते रहे। कोई समझ ही नहीं पा रहा था कि आखिर क्या हुआ और फिर उन्होंने कहा कि अगर लेखक नहीं होते तो हमारी फिल्में भी कुछ इसी तरह से होती। उन्होंने यह साफ़ तौर से कहा कि लेखकों की हड़ताल बहुत सख्त है लेकिन ज़रूरी भी है।
अवॉर्ड्स वाली शाम की शुरुआत ही अद्भुत हुई। सबसे पहला अवॉर्ड विम वेंडर्स की फिल्म परफेक्ट डेज में काम करने वाले कोजी याशुको को इस साल का बेस्ट एक्टर अवॉर्ड मिला। और यूं लगा कि जिस तरह से पिछले दिन बीते हैं आने वाले अनगिनत दिन भी लू रीड और नीना सिमोन के गीतों के साथ गुजरेंगे। लगभग हर किसी ने इनके नाम को आगे बढ़ाया है। इसके बाद जब बेस्ट महिला कलाकार की घोषणा हुई तो पूरा थिएटर एक आश्चर्य वाले ज़ोन में था। इस साल यह अवॉर्ड ईरानियन फिल्म ‘अबाउट ड्राई ग्रासेस’ की कलाकार मेर्व डिज़दार को मिला।
बेस्ट स्क्रीनप्ले का अवॉर्ड जापानी फिल्म ‘मॉन्स्टर’ के लिए यूजी सकामोतो को मिला। लेकिन वो यहां नहीं थे तो अवॉर्ड लेने के लिए फिल्म के डायरेक्टर हीरोकाजु कोरीदा मंच पर पहुंचे। उन्होंने बोलना शुरू भी नहीं किया था कि एहसास हुआ कि संचालन करने वाला इंसान उन्हें पहचान ही नहीं पाया। कोरीदा को तो कोई ख़ास फर्क नहीं पड़ा लेकिन सभी ने दिल खोल कर इस गलती पर ठहाके लगाए।
जूरी प्राइज आकी कॉरिस्माकि की फिल्म ‘फॉलन लीव्स’ को मिला। इस अवॉर्ड को लेने आकि नहीं पहुंचे। इस शाम का सबसे चौंकाने वाला अवॉर्ड रहा बेस्ट डायरेक्टर अवार्ड। यह फिल्म ‘pot-au-feu’ को मिला जहां फ्रेंच भोजन को इस कदर बनाते और खाते देखा है कि खाने से ही इश्क़ हो जाए। शाम के दो बड़े अवॉर्ड्स उन फिल्मों को मिले जो शुरू से ही अवॉर्ड्स की मजबूत दावेदार मानी जाती रही। लेकिन जॉनाथन ग्लाज़िएर की फिल्म ‘ज़ोन ऑफ़ इंटरेस्ट’ को ग्रां प्री अवॉर्ड और ‘एनाटोमी ऑफ़ फॉल’ को पाम डी’ओर अवॉर्ड मिले।
जैसे ही ग्लाज़िएर का नाम पुकारा गया उनका चेहरा देखे देखने लायक था क्योंकि वहां साफ दिखाई दे रहा था कि उन्हें पाम डी’ओर से इतर किसी और चीज़ की ख्वाहिश नहीं थी। यह शाम इसलिए ज्यादा ख़ास हो गई क्योंकि जस्टिन ट्रिएट कान फिल्म फेस्टिवल के इतिहास में तीसरी महिला डायरेक्टर बन गयी हैं जिन्हें पाम डी’ओर अवॉर्ड मिला है
वैसे तो आम तौर से इस दिन अवॉर्ड्स और उसके बाद की पार्टी होती है लेकिन जिस तरह की स्पीच अवॉर्ड जीतने वाले लोगों ने दी है कई लोगों का तनाव कई गुना ज्यादा बढ़ गया है। जॉन रायली के जलालबाद जस्टिन ट्रिएट ने भी फ्रांस में लगातार हो रहे विरोध के पक्ष में आवाज़ लगाई।
दो हफ्ते की भागदौड़ और साल भर की तैयारी का आखिरी दिन भी आ ही गया, जिस दिन का इंतज़ार कॉम्पीटीशन सेक्शन की हर फिल्म से जुड़े एक एक इंसान को रहता है उस दिन फेस्टिवल में सुबह से रात करने वाले लोग कुछ उदास होते हैं, क्योंकि अब अगले साल ही यह देखने और महसूसने को मिलेगा।
Compiled: up18 News