आगरा: कोरोना महामारी और लॉकडाउन से गुजरने के बाद यूपी की सरकार में आर्थिक रूप से कमजोर और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए नि:शुल्क राशन की व्यवस्था की। लेकिन देखने में आ रहा है कि नि:शुल्क राशन लेने के लिए ऐसे लोगों ने भी राशन कार्ड बनवा लिए हैं जो न केवल अपात्र हैं बल्कि आर्थिक रूप से मजबूत हैं। यूपी के कई जिलों में ऐसे अपात्र लोगों को 20 मई तक मौका दिया गया है कि वह अपना राशन कार्ड सरेंडर कर दें, अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं आगरा में इसी माह तक यह मौका दिया गया है।
ये होंगे अपात्र
यूपी सरकार द्वारा जारी की गयी रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे परिवार जिनके पास 100 वर्ग मीटर का प्लॉट या मकान है, 5 एकड़ से ज्यादा जमीन है, एक से अधिक शस्त्र लाइसेंस है। उनके यहां कार, ट्रैक्टर, एसी, हार्वेस्टर, 5 केवी या उससे अधिक क्षमता का जनरेटर है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में 2 लाख सालाना एवं शहरी क्षेत्र में 3 लाख सालाना आय वाले परिवार, ये सभी राशन कार्ड के लिए अपात्र माने जाएंगे.
नोटिस चस्पा कर वसूलेंगे जुर्माना
ऐसे अपात्र राशन कार्ड धारकों के खिलाफ शासन प्रशासन ने अपना अभियान शुरू कर दिया है। यूपी के अन्य जिलों में प्रशासन लोगों से सख्ती के साथ निपट रहा है जो आर्थिक रूप से संपन्न होने के बावजूद गरीबों के हक पर डाका डाल रहे। वहीँ आगरा प्रशासन ने अपात्र राशन कार्ड धारकों से अपील की है कि वह जल्द से जल्द अपना कार्ड सरेंडर कर दें। अन्यथा उनके खिलाफ नोटिस चस्पा कर, सख्त कार्रवाई की जाएगी। जुर्माना भी वसूला जाएगा।
आगरा में जून में चलेगा अभियान
एआरओ विमल सिकरवार ने बताया कि अभी ऐसे सभी लोगों से राशन कार्ड सरेंडर करने की अपील की गई है जोकि अपात्र हैं। मई माह तक की यह मौका दिया जाएगा। संभवतः अगले महीने जून के प्रथम सप्ताह से ही प्रशासन अपात्र राशन कार्ड धारकों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
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