आगरा कॉलेज में अनवरत शिक्षा के 200 वर्ष पूरे होने उपलक्ष्य में पं गंगाधर शास्त्री व्याख्यानमाला के अंतर्गत मंगलवार को कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय था “फाइनेंशियल लिटरेसी प्लानिंग तथा साइबर सिक्योरिटी।” प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया। कार्यशाला का आयोजन सुई जेनेरिस कंसलटिंग, आगरा के सहयोग से संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता सीए क्षितिज अग्रवाल ने वित्तीय प्रबंधन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार हम अपने संसाधनों का अनुकूलतम उपयोग कर सकते हैं साथ ही उन्होंने बचत और उचित निवेश को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय संस्कृति में हमेशा से ही बचत करने की प्रवृत्ति रही है। परंतु जैसे-जैसे हम भौतिकवादी युग में आगे बढ़ रहे हैं, हमारी प्रवृत्ति खर्च करने की बढ़ती जा रही है।
भविष्य के संदर्भ में बोलते हुए उन्होंने बताया की किसी भी व्यक्ति के लिए आय का उचित प्रबंधन करना आवश्यक होता है, जिससे उसे भविष्य में पर्याप्त लाभ प्राप्त हो सके। व्यक्ति जब सेवानिवृत्त हो जाता है तो उसको किसी प्रकार की आर्थिक संकट का सामना ना करना पड़े, इसके लिए आवश्यक है कि वह अपनी युवावस्था में संसाधनों का सही उपयोग करें तथा पर्याप्त बचत कर उनको सही प्रकार से निवेश करे, जिससे उसे वृद्धावस्था में लाभ प्राप्त हो सके। होम लोन भी एक प्रकार से बचत का हिस्सा होता है ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि भारतीय शास्त्रों में भी वित्तीय प्रबंधन के महत्व को रेखांकित किया गया है।
सीए अंकित अग्रवाल ने वर्तमान कर प्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा 2023 से पहले के कर प्रावधानों तथा इस वर्ष की कर संरचना में अंतर बताया। उन्होंने वर्तमान कर प्रणाली के गुण दोष भी बताए।
साइबर विशेषज्ञ आदित्य बंसल ने साइबर सिक्योरिटी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि हम किस प्रकार सजग रहकर साइबर क्राइम से बच सकते हैं।
कार्यशाला का विषय प्रवर्तन तथा अतिथियों का स्वागत विभागाध्यक्ष प्रो दीपा रावत ने किया। कार्यशाला का संचालन अर्थशास्त्र विभाग की प्रो सुनीता गुप्ता ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ शरद भारद्वाज ने दिया।अर्थशास्त्र विभाग के डॉ जयश्री भारद्वाज, डॉ नीरजा महेश्वरी, डॉ शैलेंद्र कुमार , डॉ मनीष गोस्वामी तथा डॉ अनूप सिंह का विशेष सहयोग रहा।
कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों के विभिन्न प्रश्नों के उत्तर देकर विशेषज्ञों ने उनकी वित्त व साइबर सुरक्षा संबंधी जिज्ञासाओं को शांत को शांत किया।डॉ मनीष शुक्ला, डॉ नितेश शर्मा तथा डॉ गौरव प्रकाश ने कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग प्रदान किया।
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