बीआरएस नेता और खम्मम के पूर्व सांसद पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी बीजेपी के लिए बड़ा मोहरा साबित हो सकते हैं। रेड्डी 18 जनवरी को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। इसको लेकर माना जा रहा है कि रेड्डी और शाह की मुलाकात का नतीजा केसीआर की मुश्किलें बढ़ा सकता है। अगर बीजेपी श्रीनिवास रेड्डी को अपने पाले में लाने के लिए कामयाब हो जाती है तो राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह बीजेपी के लिहाज से बड़ी उपलब्धि साबित होगी।
सूत्रों के अनुसार इस महीने की 16 और 17 तारीख को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद वह भाजपा नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। श्रीनिवास रेड्डी के बीजेपी में शामिल होने की लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि रेड्डी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
पार्टी ने घटाई श्रीनिवास रेड्डी की सुरक्षा
राज्य के पार्टी प्रमुख बंदी संजय की पदयात्रा खम्मम को कवर करने के लिए निर्धारित की गई थी। जिसमें श्रीनिवास रेड्डी को पार्टी में शामिल करने के लिए एक सार्वजनिक बैठक की योजना बनाई गई थी। हालांकि ऐसा हो नहीं पाया था। इसके बाद भी बीजेपी अपने प्रयास पर कायम रही। कुछ दिनों पहले श्रीनिवास रेड्डी ने समर्थकों के साथ एक बैठक की में कहा कि उन्हें बीआरएस में अपने पदों के बावजूद लोगों का भारी समर्थन प्राप्त है। रेड्डी की इस टिप्पणी के कुछ दिनों के भीतर ही पूर्व सांसद की सुरक्षा कम कर दी गई। एक निजी कार्यक्रम में दोबारा बोलते हुए, पूर्व सांसद ने कहा कि वह अगले विधानसभा चुनाव में ‘कुरुक्षेत्र’ से लड़ेंगे और अविभाजित खम्मम जिले में अपने अनुयायियों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।
पार्टी के प्रमुख भी रह चुके हैं पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी
श्रीनिवास रेड्डी 2014 के संसदीय चुनावों में खम्मम से YRSCP के एक मात्र सांसद थे। उन्होंने पार्टी के तेलंगाना प्रमुख के रूप में भी काम किया। दिवंगत वाईएस राजशेखर रेड्डी के परिवार के साथ उनके करीबी संबंध के कारण यह अनुमान लगाया गया था कि वे वाईएसआरटीपी प्रमुख वाईएस शर्मिला के साथ भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने 2018 विधानसभा और 2019 के संसदीय चुनावों में बीआरएस उम्मीदवारों का समर्थन किया।
प्रभारी सुनील बंसल रखे हैं पैनी नजर
बीजेपी रेड्डी के पार्टी में एंट्री को लेकर इस घटनाक्रम पर चुप्पी साधे हुए है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि इस बार पार्टी मामलों के प्रभारी सुनील बंसल खुद उनकी संभावित एंट्री पर नजर रखे हुए हैं जबकि खम्मम के एक और पूर्व बीआरएस मंत्री के भाजपा में शामिल होने की अफवाहें हैं। पार्टी के नेताओं ने अभी तक इस बारे में कोई पुष्टि नहीं की है।
भाजपा की ज्वाइनिंग कमेटी के साथ काम कर रहे एक नेता ने कहा कि ‘हम निश्चित रूप से कह सकते हैं कि संक्रांति के बाद और ज्वाइनिंग होंगी। अगर श्रीनिवास रेड्डी हमारी पार्टी में शामिल होते हैं तो यह हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी क्योंकि हमारी वहां उपस्थिति नहीं है। हम इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकते।’
Compiled: up18 News