पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा के भारत में मेहमान बनकर आने और जासूसी करने के दावे से पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी फिर से बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं। पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने अंसारी पर देशविरोधी कार्यों में संलिप्त होने का गंभीर आरोप लगाया और गांधी परिवार से पूछा कि क्या अंसारी ने ये सब उनके निर्देश पर किया था।
भाटिया ने कहा कि अंसारी ने अपने कार्यकाल में पाकिस्तानी पत्रकार को पांच बार न्योता देकर भारत बुलाया और उनके साथ खुफिया जानकारी साझा की। उन्होंने हामिद अंसारी की नीयत के साथ-साथ आतंकवाद पर कांग्रेस की तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार की नीतियों पर भी सवाल खड़ा किया।
उन्होंने कहा कि अगर सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने चुप्पी नहीं तोड़ी तो इसका मतलब है कि अंसारी ने सारा खेल उन्हीं के निर्देशों पर खेला था।
अंसारी ने संवैधानिक पद पर रहकर गोपनीय जानकारियां साझा कीं?
भाटिया ने आज के प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘नुसरत मिर्जा पाकिस्तानी पत्रकार हैं और उन्होंने ये खुलासा किया है कि भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी उन्हें 2005-2011 के बीच में पांच बार न्योता देकर भारत बुलाते हैं। पत्रकार से अंसारी ने जो जानकारी साझा कि वह गोपनीय है।’ उन्होंने कहा, ‘उपराष्ट्रपति का पद संवैधानिक होता है और उन्हें कई गोपनीय जानकारी होती है। पांच बार पाकिस्तानी पत्रकार को गोपनीय जानकारी दी गई और उसने फिर इसे भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया। आईएसआई के साथ जानकारी साझा की गई भारत को कमजोर करने के लिए।’
बीजेपी प्रवक्ता ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘देश की जनता पूछना चाहती है कि आतंकवाद का खात्मा करने की क्या कांग्रेस की क्या यही नीति थी कि खुफिया जानकारी पाकिस्तान के साथ साझा कर रहे थे। हामिद अंसारी को देश की जनता ने आदर दिया, बदले में उन्होंने क्या दिया? क्या यह कांग्रेस पार्टी को जवाब नहीं देना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ?’
आंतकवाद पर कांग्रेस की जहरीली सोच: बीजेपी
भाटिया ने कहा कि पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा को हामिद अंसारी ने 2010 में आतंकवाद पर हो रहे सेमिनार में भारत आकर बोलने को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हम कैसे लड़ें। उन्होंने कहा, ‘वह व्यक्ति जो आईएसआई से जानकारी साझा करता है, उसे निमंत्रण देकर बुलाते हैं, यह कांग्रेस की जहरीली सोच है। एक तरफ मोदी जी का संकल्प है कि आतंकवाद का खात्मा करेंगे, दूसरी तरफ कांग्रेस की ऐसी सोच है।’ उन्होंने कहा की देश के हर राजनीतिक दल को आंतकवाद पर कांग्रेस से यह सवाल पूछना चाहिए।
बीजेपी प्रवक्ता ने पूछा, पाकिस्तानी पत्रकार को विशेष सुविधा क्यों?
भाटिया ने पाकिस्तानी पत्रकार के एक और दावे के हवाले से कांग्रेस सरकार की नीतिगत खामियां गिनाईं। उन्होंने कहा, ‘पत्रकार ने खुद कहा कि वैसे तो भारत में तीन शहरों में जाने का वीजा मिलता है, पर मुझे सात शहरों का मिला।’ उन्होंने मामले में सोनिया और राहुल गांधी से बयान देने की मांग की। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ‘राहुल जी देश में नहीं है पर उम्मीद है कि संज्ञान लेंगे और उत्तर देंगे।’
सारी बातें खुलकर बताएं अंसारी: भाटिया
भाटिया ने हामिद अंसारी से भी स्थिति स्पष्ट करने को कहा। उन्होंने कहा कि जब यह बात सार्वजनिक हो गई है कि हामिद अंसारी ने उसे (पाकिस्तानी पत्रकार को) संवेदनशील जानकारी दी तो अब वह सारी यात्राएं देश की जनता से साझा करें। उन्होंने कहा, ‘क्या यह सच है कि इस पाकिस्तान पत्रकार को पांच बार निमंत्रण देकर बुलाया गया?’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और हामिद अंसारी ने गोपनीय और संवेदनशील जानकारी इस पत्रकार को ऑफिशियली या अनऑफिशियली दी है, उसे मौजूदा सरकार के साथ साझा करें। ये दिखाएगा कि आप देश की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध हैं। भाटिया ने पूछा कि क्या यह जानकारी थी कि ये पत्रकार सारी जानकारी आईएसआई को दे रहा है? क्या ऐसा था कि वे निर्देश गांधी परिवार से मिल रहे थे?
अंसारी ने राजदूत रहकर भी भारत के खिलाफ काम किया: बीजेपी
बीजेपी प्रवक्ता ने अंसारी पर भारत का राजदूत रहते भी देशविरोधी काम करने का बहुत गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि ईरान के एंबेसेडर रहकर भी हामिद अंसारी भारत की सुरक्षा में ही सेंध लगा रहे थे। वहां पर सरकार के कई कार्यक्रम होते हैं जिनसे देश की अखंडता को मजबूती मिलती है। सीक्रेट ऑपरेशन भी होते हैं।
भाटिया ने कहा, ‘अंसारी ने इस तरह की जानकारी उन्हें दी। सीक्रेट काम करने वालों की पहचान उजागर कर उनकी जान खतरे में डाली। कांग्रेस अपनी ओछी गंदी राजनीति करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। यहां तक कि देश की सुरक्षा से भी खिलवाड़ कर सकती है।’ उन्होंने कहा कि अगर सोनिया-राहुल इन सवालों पर चुप रहते हैं तो साफ होगा कि वे और हामिद अंसारी ने यह पाप किया है।
बीजेपी को हाथ लगा बड़ा मौका
ध्यान रहे कि पाकिस्तान के एक यूट्यूब चैनल पर वहां के पत्रकार नुसरत भाटिया ने दावा किया कि वो तत्कालीन उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी और मिल्ली गजट के संपादक जफरुल इस्लाम खान के न्योतों पर कई बार भारत आए और वहां उन्हें खुफिया जानकारियां हाथ लगीं।
मिर्जा ने दावा किया कि वो पाकिस्तान लौटकर ये गोपनीय जानकारियां वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई से साझा किया करते थे। जफरूल इस्लाम खान बाद में दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष बने।
वहीं, पूर्व रॉ ऑफिसर एनके सूद का दावा है कि हामिद अंसारी ने तेहरान में भारत के राजदूत रहते हुए रॉ की गतिविधियों को उजागर कर दिया था जिससे उनकी यूनिट खतरे में आ गई थी। बीजेपी ने इन दोनों मुद्दों पर ना सिर्फ हामिद अंसारी बल्कि कांग्रेस पार्टी को भी घेरा है।
-एजेंसी
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