आगरा पंचायती राज सम्मेलन में मंच पर स्थान न मिलने पर भड़के भाजपा विधायक बाबूलाल और छोटे लाल वर्मा, वीडियो हुआ वायरल

Politics

आगरा: शिल्पग्राम रोड स्थित ताज कन्वेंशन सेंटर में चल रहे पंचायती राज सम्मेलन में मंगलवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब विधायक चौधरी बाबूलाल और छोटेलाल वर्मा मंच पर स्थान न मिलने पर भड़क उठे। दोनों विधायकों ने पंचायत राज अधिकारियों को फटकार ही नहीं लगाई, बल्कि अपशब्द भी कहे।

इन दोनों विधायकों की आपत्ति इस बात को लेकर थी कि पहली बार विधायक चुनी गईं बाह की विधायक रानी पक्षालिका सिंह को मंच पर जगह दी गई थी जबकि वे कई बार के विधायक होने के बाद भी नीचे बैठाए गए थे। इनके साथ विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल भी नीचे बैठे थे। दोनों विधायकों के इस विरोध की वजह से हालत यह हो गई कि सम्मेलन की कार्यवाही में भी खलल पड़ गया। दोनों विधायक अपनी सीट से खड़े होकर चिल्लाने लगे कि एक बार के विधायक को मंच पर जगह दी गई, जबकि उन्हें तीन-चार बार के विधायक होने के बावजूद नीचे बिठाना उनका अपमान करना है। विधायक छोटे लाल ने कहा कि पांच बार का विधायक हूं। हम विधायकों से ये सरकार चल रही है।

मंच पर पंचायत राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर, केंद्रीय पशुपालन और पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल आदि बैठे हुए थे। दोनों भाजपा विधायकों ने सम्मेलन में सम्मान नहीं मिलने पर सोफे से खड़े होकर विरोध दर्ज कराया। इन दोनों विधायकों ने पक्षालिका सिंह का नाम तो नहीं लिया, लेकिन एक बार के विधायक का उल्लेख किया, जो पक्षालिका सिंह की ओर इशारा था।

अपना विरोध दर्ज कराकर ये दोनों विधायक कार्यक्रम का बहिष्कार कर जाने लगे। इस पर उनके बराबर बैठे विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने उन्हें रोका। पंचायती राज मंत्रालय के अधिकारी भी दौड़कर विधायकों के पास पहुंचे और उन्हें मनाने में जुटे रहे।

पंचायती राज मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यशाला में पंचायत स्तर पर सर्विस डिलीवरी के सुदृढ़ीकरण, ईज ऑफ लिविंग पर चिंतन किया गया।

पंचायत सम्मेलन का केंद्रीय पंचायतीराज राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल, प्रदेश के पंचायतीराज मंत्री ओमप्रकाश राजभर, जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान, विधायक छोटेलाल वर्मा, सचिव पंचायतीराज विवेक भारद्वाज और पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव नरेंद्र भूषण आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया।

पंचायत सम्मेलन में सात राज्यों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। पंचायतों में जमीनी स्तर पर सेवा प्रदायगी को बढ़ावा देने हेतु चिंतन किया जा रहा है। वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने में पंचायत राज विभाग की भूमिका पर भी मंथन चल रहा है।