आगरा: देश में 49 साल पहले 25 जून, 1975 को लगाए गए आपातकाल की यादें ताजा करते हुए भारतीय जनता पार्टी के आगरा उत्तर विधानसभा क्षेत्र से विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने समाजवादी पार्टी से कुछ सवाल किए हैं।
स्वयं भी आपातकाल के दौरान जेलयात्रा कर चुके लोकतंत्र सेनानी विधायक खंडेलवाल ने एक वक्तव्य में कहा कि कांग्रेसी नेता प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रायबरेली लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को घूस देने व सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के लिए दोषी मानते हुए संसद की सदस्यता समाप्त कर छह वर्ष के लिए चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी थी। सर्वोच्च न्यायालय से भी राहत न मिलने पर इंदिरा गांधी ने 25 जून, 1975 को आपातकाल लगा दिया। देश में लोकतंत्र और मौलिक अधिकारों को समाप्त कर दिया। प्रेस पर सेन्सरशिप लगा दी। कारण बताया कि देश में आंतरिक और बाह्य सुरक्षा को खतरा है।
वक्तव्य के अनुसार, जिन नेताओं से देश को खतरा था, वह नेता थे- लोक नायक जयप्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई, चौ. चरण सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी के साथ समाजवादी नेता राजनारायण, कर्पूरी ठाकुर, मधु लिमये, मधु दण्डवते सहित समाजवादी नेता मुलायम सिंह, लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार। इन सभी को जेल में बंद कर दिया गया था।
विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने देश में संविधान संशोधन कर 25 जून, 1975 में आपातकाल लगाने वाली कांग्रेस से हाथ मिलाने वाली समाजवादी पार्टी क्या जनता को यह बता पाएगी कि-
1- 1975 में लगा आपातकाल सही था या गलत?
2- मुलायम सिंह यादव को आपातकाल में जेल में बंद क्यों किया?
3- देश को मुलायम सिंह से क्या ख़तरा था?
4- सपा यह बता पाएगी कि सीसीटी, लोकतंत्र व संविधान समाप्त करने वाली कांग्रेस अब संविधान व लोकतंत्र से कोई छेड़छाड़ नहीं करेगी?
5- प्रेस पर कोई सेन्सरशिप नहीं लगाएगी?
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