डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान, बोले- संभल में सपा के लोगों ने बवाल किया

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा को लेकर छिड़ा सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। समाजवादी पार्टी एक तरफ जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को इस हिंसा के लिए जिम्मेदार करार दे रही है तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा के नेता सपा को ही बवाल की वजह बता रहे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का संभल हिंसा को लेकर एक बयान सामने आया है।

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि समाज को डसने का काम, समाज को कमजोर बनाने का काम, फिर नौटंकी करने का काम और तुष्टिकरण की राजनीति ने देश को बर्बाद करने का काम किया है। डिप्टी सीएम ने कहा कि संभल में सपा के दो गुंडे दंगाई आपस में लड़े, संभल में जो कमीशन की कार्रवाई हो रही थी, उसे लेकर सपा के लोगों ने बवाल किया। देश ने पीएम मोदी जी के नेतृत्व में और प्रदेश में योगी जी के नेतृत्व में सरकार काम कर रही है। किसानों की जो समस्या होगी इसलिए उनकी जो समस्या होगी सुनी जाएगी।

सपा विधायक पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अभी मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, क्योंकि मामला न्यायालय में विचाराधीन है, यही राम मंदिर बनने से पहले लोग बयान दिया करते थे, लेकिन सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन जीतेगा सत्य ही। कानून को अपना काम करने दे और सच्चाई सामने आने देंगे।

डिप्टी सीएम ने कहा कि सपा के सांसद और विधायकों के कारण जब लड़ाई होती है और उसके बाद जो सपा मुआवजा बांटती है ये सिर्फ राजनीति है। पांच लाख क्यों पांच करोड़ दे दो, सपा जो इस तरह की बात करती है, उससे समझ आता है कि जख्म गहरा है। उसे सहलाते-सहलाते सपा पार्टी को समाप्त होने से कोई नहीं बचा सकता।

बताते चलें कि संभल हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 28 दंगाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर एक-एक दंगाइयों की पहचान की जा रही है। बीते बुधवार को पुलिस ने फुटेज के आधार पर 45 दंगाइयों के पोस्टर जारी किए, जिसमें बहुत से दंगाइयों के नाम और पता भी सार्वजनिक कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई भी इन्हीं से ही की जाएगी। वीडियो के आधार पर अब तक 100 से को चिह्नित किया जा चुका है।

बता दें कि 24 नवंबर रविवार को जिला अदालत के आदेश पर एक टीम संभल की शाही जामा मस्जिद के सर्वे के लिए पहुंची थी, जिसके बाद अचानक बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी थी और पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और उन्हें आग के हवाले कर दिया। इसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई।