खेल पत्रकार बोरिया मजूमदार को BCCI ने दो साल के लिए बैन कर दिया है. मजूमदार पर भारत के सीनियर विकेटकीपर और सनराइजर्स हैदराबाद के सलामी बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा को धमकी देने का आरोप है.
ऋद्धिमान साहा ने पिछले महीने सोशल मीडिया पर एक मैसेज के स्क्रीनशॉट शेयर किए थे. इसमें साहा को एक पत्रकार ने धमकी दी थी. इसके बाद साहा से पूर्व धुरंधर ओपनर वीरेंद्र सहवाग और भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री समेत कई खिलाड़ियों ने उस पत्रकार का नाम सभी के सामने जाहिर करने को कहा था. रवि शास्त्री ने बीसीसीआई से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद बीसीसीआई को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा.
बीसीसीआई ने साहा से संपर्क किया, तो उन्होंने पूरा मामला बोर्ड के सामने रखा. बोर्ड ने इसके बाद जांच के लिए 3 सदस्यीय समिति का गठन किया. समिति में बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष अरुण धूमल और बोर्ड के शीर्ष परिषद सदस्य प्रभतेज सिंह भाटिया शामिल थे. इन्होंने पूरे मामले को जांचा परखा.
ऋद्धिमान साहा ने लगाया था यह आरोप
दो महीने ट्वीट के जरिए साहा ने कहा था कि उन्हें एक पत्रकार ने धमकी दी है. साहा ने पत्रकार बोरिया मजूमदार के जिस मैसेज को सोशल मीडिया पर शेयर किया था, उसमें मजूमदार ने धमकाने वाले लहजे में कहा था, “आपने कॉल नहीं किया. मैं कभी भी आपका इंटरव्यू नहीं करूंगा. मैं अपमान को सहजता से नहीं लेता और इसे याद रखूंगा.”
इस मामले में बोरिया मजूमदार का पक्ष
पिछले महीने बोरिया मजमूदार ने एक वीडियो में कहा था, “स्क्रीनशॉट से छेड़छाड़ की गई है. वह पूरी तरह से सही नहीं है. साहा का इंटरव्यू पहले से प्लान था, उन्होंने इंटरन्यू के लिए जूम लिंक भेजने को कहा था. लेकिन वह समय देकर भी उपलब्ध नहीं हुए.”
बता दें कि ऋद्धिमान साहा को इस साल श्रीलंका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए चुनी गई भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था. इसके बाद साहा भी बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली और हेड कोच राहुल द्रविड़ से नाराज हो गए थे.
-एजेंसियां
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