मां सरस्वती की आराधना का दिन बसंत पंचमी 14 फरवरी को मनाई जाएगी. यह दिन देवी शारदा की अराधना कर उनका आशीर्वाद पाने और कोई भी काम शुरू करने के लिए सबसे शुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि यह दिन शादी के लिए अबूझ मुहूर्त होता है.
इस दिन मां सरस्वती की आराधना करने के साथ कामदेव की भी पूजा की जाती है. ऐसा कहा जाता है कि यह दिन शादी-विवाह करने के लिए शुभ होता है. विवाह की उत्सुकता से प्रतीक्षा करने वालों के लिए बसंत पंचमी का दिन शुभ रहेगा. हर साल बसंत पंचमी पर लाखों जोड़े विवाह के बंधन में बंधते हैं. कहा जाता है कि बसंत पंचमी के दिन अबूझ विवाह के लिए सबसे अच्छा मुहुर्त होता है यानी जिन जोड़ों के विवाह का कोई शुभ मुहूर्त नहीं निकल पाता है, वो लोग बसंत पंचमी के दिन बेझिझक विवाह कर सकते हैं.
बसंत पंचमी होता है शादी के लिए शुभ
बसंत पंचमी से बसंत ऋतु की शुरुआत हो जाती है. इस साल बसंत पंचमी 14 फरवरी को पड़ने वाली है. इस दिन मां सरस्वती ज्ञान की देवी की विधि-विधान से पूजा की जाती है. बसंत पंचमी का दिन देवी सरस्वती को समर्पित है. इस दिन शादी-विवाह करना शुभ होता है. ऐसी मान्यता है कि यह दिन शादी के लिए अबूझ मुहूर्त होता है. आइए जानते हैं कि बसंत पंचमी का दिन शादी के लिए क्यों सबसे उत्तम माना जाता है.
बसंत पंचमी पर क्यों होता है अबूझ मुहूर्त?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बसंत पंचमी के पूरे दिन दोषरहित श्रेष्ठ योग रहता है. इसके अलावा इस दिन रवि योग का भी शुभ संयोग बनता है. शास्त्रों के मुताबिक बसंत पंचमी के दिन ही भगवान शिव और पार्वती का तिलकोत्सव हुआ था और उनके विवाह की रस्में शुरू हुई थीं. इस दृष्टि से भी शादी के लिए बसंत पंचमी का दिन शुभ माना जाता है.
– एजेंसी
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