आंखों पर चश्मा लगाए, मेहंदी रंगे बालों वाले ये शख्स यूपी सरकार के पूर्व निजाम हैं, निजाम माने वो जिनकी आवाज पर यूपी की राजनीति सिला तय होता था, दशा तय होती थी, दिशा तय होती थी। गाड़ी से निकले, हाथ में फाइल ली, चश्मा लगाए नजरों से इधर-उधर देखा और फिर रुतबे से अदालत में दाखिल हो गए। तस्वीर लखनऊ की है और ये शख्स आजम खान हैं जो लंबे वक्त से सीतापुर की जेल में बंद हैं। आजम खान की पेशी की ये तस्वीरें वो तमाम दावे सवालिया बनाती है, जिसमें कहा गया था कि आजम को यातना मिल रही है, जेल में सताया जा रहा है, उनकी सेहत खराब है, जुल्म की इंतेहा हो गई है।
पर अगर जुल्म है, पर अगर सरकारी कुनबे के लोग आजम खान को जेल में यातना दे रहे हैं तो इसकी तस्वीर तो ऐसी नहीं होती कि आंख पर चश्मा लगाए तो प्रताड़ित सा आदमी अदालत में पेश हो जाए। आजम खान से हाल ही में मिले शिवपाल यादव और प्रमोद कृष्णम जैसे नेताओं ने कहा है कि आजम जेल में परेशान हैं, सेहत बेहद खराब है और सरकार ने तो जुल्म ही हद की कर दी है। पर जुल्म की हद से गुजरे आजम खान गुरुवार को लखनऊ की सीबीआई कोर्ट में पहुंचे तो पूरे जलवे में नजर आए। आजम का ये अंदाज देखकर सभी ने कहा कि साख और रसूख नहीं गया है।
सभी ने कहा कि आजम खान ये जानते हैं कि उनका रुतबा कायम है, शायद इसीलिए सुरक्षाकर्मियों के बीच वो पूरे रौ में चलते दिखे हैं। सवाल उन दावों पर है जिनमें कहा गया है कि आजम को जेल में परेशान किया जा रहा है। सवाल है कि अगर यातना मिल रही तो पेशी पर चश्मा कहां से आया, कलफ लगा कुर्ता कहां से आया, सदरी कहां से आई और ये जलवा कहां से आया। सवाल कई हैं, पूरे सिस्टम पर सवाल उठाने वालों पर ही।
-एजेंसियां