असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि रिपब्लिक ऑफ भारत… खुश और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हमारी सभ्यता अमृत काल की ओर तेजी से बढ़ रही है।
दरअसल, कुछ ही समय पहले विपक्षी दलों ने मोदी सरकार के खिलाफ गठबंधन बनाया है और इसका नाम I.N.D.I.A रखा है। इसके बाद इस नाम को लेकर बीजेपी विपक्षी दलों पर हमलावर है। न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस की एक खबर के मुताबिक आजादी के अमृतकाल में गुलामी की मानिसकता और गुलामी से जुड़े हर प्रतीक से देश और देशवासियों को मुक्ति दिलाने के मिशन में जुटी मोदी सरकार आने वाले दिनों में भारत के संविधान से ‘इंडिया’ शब्द को भी हटाने की तैयारी में जुट गई है।
बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार आगामी 18 से 22 सितंबर के दौरान आयोजित किए जाने वाले संसद के विशेष सत्र में इस प्रस्ताव से जुड़े बिल को पेश कर सकती है।
संसद के मॉनसून सत्र के दौरान ही बीजेपी के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने भी विशेष उल्लेख के जरिए इंडिया नाम को औपनिवेशिक दासता का प्रतीक बताते हुए इंडिया दैट इज भारत हटाकर केवल भारत शब्द का उपयोग करने की मांग की थी। बीजेपी के कई बड़े नेताओं का यह मानना है कि आजादी के अमृत काल का यह सही समय है जब इंडिया के नाम से मुक्ति पाकर देश को उसका प्राचीन नाम ‘भारत’ दिया जा सकता है।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया कि आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले शब्द प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया को बदला गया है। जयराम रमेश का दावा किया कि इसमें इंडिया शब्द को हटाया गया और प्रेसिडेंट ऑफ भारत का इस्तेमाल किया गया है।
जयराम रमेश ने लिखा कि अब राज्यों के संघ पर भी हमला हो रहा है। जयराम रमेश के ट्वीट के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि रिपब्लिक ऑफ भारत- खुश और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हमारी सभ्यता अमृत काल की ओर तेजी से बढ़ रही है।
Compiled: up18 News
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