यूक्रेन और रूस में बढ़ते तनाव के बीच एशियाई शेयर बाज़ार में भारी गिरावट आई है. इससे एक बार फिर से मंदी से उबरती अर्थव्यवस्थाओं को झटका लग सकता है. जापान के निक्केई 225 सूचकांक में दो फ़ीसदी की गिरावट आई है. वहीं दक्षिण कोरिया के कोस्पी में भी बाज़ार खुलते ही 1.4% की गिरावट आई है.
पूर्वी यूरोप में बढ़ते तनाव के कारण तेल की क़ीमतों में बढ़ोतरी होगी और सप्लाई चेन भी बुरी तरह से प्रभावित होगा. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के विद्रोही नियंत्रित दो इलाक़ों को स्वतंत्र स्टेट की मान्यता दे दी है. स्वघोषित पीपल्स रिपब्लिक दोनेत्सक और लुहांस्क रूस समर्थित विद्रोहियों का घर है और ये 2014 से ही यूक्रेन के बलों से लड़ रहे हैं.
वैश्विक अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस की महामारी से उबर ही रही थी कि एक नया संकट पैदा हो गया. निवेशकों के बीच डर है. S&P 500 में1.5% की गिरावट आई है और डाउ जोंस 1.3% जबकि नैसडेक़100 ई-मिनी फ्यूचर्स में 2.2% गिरावट दर्ज की गई है. यूरोप में भी यही हाल है. जर्मनी के डैक्स इंडेक्स और फ़्रांस के कैक 40 दो प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए.
-एजेंसियां