ऐपल का इस कदर चीन से मोहभंग हुआ है कि वो हर मामले में चीन के मुकाबले भारत को अहमियत दे रहा है। दरअसल, ताजा मामला आईफोन की बैटरी को लेकर है, जिसमें ऐपल ने अपने सभी सप्लायर्स से कहा है कि वो मेड इन इंडिया आईफोन बैटरी का इस्तेमाल अपकमिंग आईफोन 16 स्मार्टफोन में करें। ऐपल के इस फैसले से चीन बौखला सकता है। इसे चीन और अमेरिका के बीच जारी ताजा विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। इससे भारत को बड़ा फायदा होने की उम्मीद है।
ऐपल ने दी भारत को अहमियत
ऐपल भारत में ना सिर्फ आईफोन 15 स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ा रहा है, बल्कि रिटेल स्टोर के जरिए अपनी फिजिकल उपस्थिति को भी बढ़ा रहा है। इस योजना के तहत टाटा भारत में ऐपल रिटेल स्टोर खोलने जा रहा है। साथ ही टाटा ने विस्ट्रॉन फैक्ट्री का अधिग्रहण किया है, जिसमें आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग की जाएगी।
भारत ने दिखाई तेजी
भारत में लोकली स्मार्टफोन बनाने के लिए इजाजत देने के मामले में सरकार ने तेजी दिखाई है। यही वजह से है कि ऐपल की जापानी सप्लायर TDK ने हरियाणा के मानेसर में 180 करोड़ में आईफोन बैटरी बनाने की यूनिट लगाएगी। इसका प्रोडक्शन साल 2025 में शुरू हो सकता है। इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखरने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से दी है।
भारत को बड़ा फायदा
ऐपल के सबसे बड़े सप्लायर फॉक्सकॉन ने भारत में 1.5 बिलियन डॉलर निवेश करने का ऐलान किया है। इससे एक नई प्रोडक्शन फैक्ट्री को लगाया जाएगा।
चीन की 17 में से 14 सप्लायर कंपनी ने भारत में अपने प्रोडक्शन लाइनअप को सेटअप करने के लिए भारत सरकार से इजाजत मांगी है। इसमें लोकल मैन्युफैक्चर्स के साथ साझेदारी की जाएगी।
भारत से एक्सपोर्ट होने वाले आईफोन में अप्रैल से अक्टूबर के दौरान पिछले साल के मुकाबले 177 फीसद का ग्रोथ दर्ज किया गया है। साल 2024 तक ऐपल आइफोन का मार्केट शेयर 6 फीसद से बढ़कर 8 फीसद हो सकता है।
Compiled: up18 News
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