नई दिल्ली। 28 जुलाई से बर्मिंघम में शुरू होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारतीय दल जहां एक तरफ तैयारियों में जुटा है, वहीं दूसरी तरफ डोपिंग के कारण टीम की चिंता लगातार बढ़ती जा रही हैं। एक हफ्ते से भी कम वक्त पहले एस. धनलक्ष्मी और ऐश्वर्या बाबू को डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया था। वहीं अब एक और महिला 4×100 मीटर रिले टीम में शामिल एक एथलीट का प्रतिबंधित ड्रग के लिए पॉजिटिव पाए जाने के बाद भारतीय टीम से बाहर किया जाना लगभग तय हो गया है। हालांकि, कोई भी अधिकारी डोपिंग की दोषी पाई गई खिलाड़ी का नाम जाहिर करने को तैयार नहीं है।
एक शीर्ष सूत्र ने विस्तार से जानकारी दिए बगैर पीटीआई को बताया कि, ‘‘राष्ट्रमंडल खेलों के लिए जाने वाली रिले टीम की एक सदस्य पॉजिटिव पाई गई हैं और उसे हटाया जाएगा।’’ डोपिंग के इस नवीनतम नतीजे के बाद महिला 4×100 मीटर रिले टीम में सिर्फ चार सदस्य बची हैं। अगर बाकी बची चार सदस्यों में से कोई चोटिल होता है तो अन्य ट्रैक स्पर्धाओं से किसी को उतारा जा सकता है लेकिन ऐसी स्थिति में टीम का प्रदर्शन प्रभावित होगा। इस दल में से एक सदस्य एस. धनलक्ष्मी को पहील ही पॉजिटिव पाया जा चुका है।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने शुरुआत में 37 सदस्यीय भारतीय एथलेटिक्स टीम में दुती चंद, हिमा दास, श्रावणी नंदा, एनएस सिमी, एस धनलक्ष्मी और एमवी जिल्ना को चुना था। लेकिन बाद में जिल्ना को टीम से हटा दिया गया क्योंकि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को सिर्फ 36 खिलाड़ियों का कोटा मिला। धनलक्ष्मी के डोप परीक्षण में विफल रहने पर हालांकि बाद में जिल्ना को टीम में शामिल किया गया। कथित तौर पर डोपिंग की दोषी पाई गई खिलाड़ी को देर से टीम में शामिल किया गया लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
-एजेंसी