अमजद खान बॉलीवुड के ऐसे सितारे थे, जो हर मुद्दे पर बेबाक राय रखते थे, और कभी भी किसी सवाल का जवाब घुमा-फिराकर या गोल-मोल करके नहीं दिया। इसीलिए इंडस्ट्री में भी लोग उन्हें बहुत पसंद करते थे। एक बार तो अमजद खान ने राजनीति में आने वाले एक्टरों को लेकर बेबाक ढंग से बात रखी थी, जिसकी चर्चा आज भी होती है। अमजद खान ने एकदम निडर होकर कह दिया था कि एक्टर्स सिर्फ अपने फायदे के लिए ही नेता बनते हैं। सहूलियत के लिए राजनीति में आते हैं। अमजद खान के उस इंटरव्यू ने पूरी फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मचा दी थी। अमजद खान की 12 नवंबर को 83वीं बर्थ एनिवर्सरी है, और इस मौके पर उसी इंटरव्यू और एक्टर के बेबाक बयान के बारे में बता रहे हैं।
अमजद खान ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 11 साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी। इसके बाद उन्होंने कुछ समय तक फिल्मों में छोटे-मोटे रोल किए, और फिर 1975 में आई ‘शोले’ ने उन्हें गब्बर सिंह के रोल में हमेशा के लिए अमर बना दिया। अमजद खान फिल्मी दुनिया में अपनी सफल पारी खेल चुके थे।
कई स्टार्स ने राजनीति की दुनिया में रखे कदम
जहां अमजद खान फिल्मों में नाम कमा रहे थे, वहीं बहुत से एक्टर्स तक राजनीति की दुनिया में कदम रख चुके थे और नेता बन रहे थे। इनमें राज बब्बर, अमिताभ बच्चन, जया बच्चन और सुनील दत्त से लेकर राजेश खन्ना, विनोद खन्ना, चिरंजीवी और दारा सिंह समेत कई सेलेब्स का नाम शामिल है।
अमजद खान बोले थे, अभिनेता अपने फायदे के लिए बनते हैं नेता
ऐसे में जब अमजद खान से एक इंटरव्यू में पूछा गया कि फिल्म इंडस्ट्री से कई कलाकार नेता बने हैं, क्या आप बनेंगे? तो इस पर उन्होंने जवाब दिया था, ‘नहीं, जो लोग फिल्म इंडस्ट्री से पॉलिटिशियन बने हैं, उनमें एक दत्त साहब को छोड़कर बाकी सब अपने फायदे और सहूलियत के लिए बने हैं। हर आदमी इस वजह से पॉलिटिशियन बन गया है कि कोई न कोई फायदा होगा उसे। और हो रहा है।’
मैं कभी नेता नहीं बनूंगा क्योंकि झूठ नहीं बोल सकता
अमजद खान ने कहा था कि वह कभी भी नेता नहीं बनेंगे क्योंकि वह झूठ नहीं बोल सकते। उन्होंने कहा था, ‘कभी नहीं (बनूंगा नेता….मेरा प्रॉब्लम क्या है कि मैं मुसलसल झूठ नहीं बोल सकता। तो मैं पॉलिटिशियन बन नहीं सकता। पॉलिटिशियन बनने के लिए झूठ बोलना बहुत आवश्यक है। क्योंकि कितने लोगों को खुश रखना है।
दोस्ती पर बोले थे अमजद, कई लोगों ने नाजायज फायदा उठाया
इसी इंटरव्यू में अमजद खान ने देश में फैले भ्रष्टाचार पर भी बात की थी, और कहा था कि यह बड़े से बड़े लेवल पर शुरू होता है और छोटे लेवल तक जाता है। साथ ही यह भी कहा था कि भ्रष्टाचार सिर्फ इंडिया में ही नहीं, बल्कि अन्य देशों में भी है। वहीं जब अमजद खान से पूछा गया कि वह दोस्ती को कितना महत्व देते हैं, तो वह बोले थे, ‘मैं दोस्त को फैमिली मेंबर जितना महत्व देता हूं। जरूरत पड़े तो मैं दोस्त के लिए जान भी दे सकता हूं। मैं कई बार मरते-मरते बचा हूं दोस्तों के लिए, लेकिन मैं उसके बारे में बोलना नहीं चाहता। बोल दिया तो फिर दोस्ती खत्म हो जाती है।’
1991 में अमजद खान का निधन
हालांकि अमजद खान ने यह भी बताया कि उन्हें बहुत से ऐसे दोस्त भी मिले, जिन्होंने उनकी दोस्ती का नाजायज फायदा उठाया। शायद ही ऐसा कोई होगा, जिसने उनका फायदा न उठाया हो। करियर की बात करें, तो अमजद खान ने 1991 तक फिल्मों में काम किया और 1992 में उनका हार्ट अटैक से निधन हो गया। अमजद खान की कई फिल्में उनकी मौत के बाद रिलीज की गई थीं।
Compiled: up18 News