लखनऊ। भाजपा ने पूर्वी उत्तरप्रदेश में ठाकुर वोटों को लेकर अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है, कल 12 मई को कौशाम्बी में होने जा रही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की जनसभा से इसकी शुरुआत की जाएगी। दो ठाकुर बाहुबली नेताओं को मंच पर लाकर बीजेपी अपने तरकश में दो बड़े तीर रखने जा रही है। सूत्रों के अनुसार इस सभा में प्रतापगढ़ से राजा भैया अमित शाह के साथ मंच पर होंगे तो जौनपुर से धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी भी अमित शाह के सुर में सुर मिलाती नजर आएंगी।
इन दोनों दिग्गज ठाकुर नेताओं के अमित शाह के मंच पर होने का संदेश पूरे उत्तर प्रदेश में तो जाएगा ही, इसका असर देश के अन्य ठाकुर बाहुल्य सीटों पर भी पड़ने की संभावना है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश की कोशाम्बी और प्रतापगढ़ लोकसभा सीट मुख्य फोकस है। इन दोनों लोकसभा क्षेत्रों में ठाकुरों की तादात काफी ज्यादा है। बीजेपी किसी भी हाल में इन्हीं अपने पक्ष में करने की तैयारी में जुट गई है। इसी लक्ष्य को देखते हुए 12 मई को गृहमंत्री अमित शाह का कार्यक्रम यहां रखा गया है।
विनोद सोनकर के विरोधी रहे हैं राजा भैया
वैसे तो अमित शाह कौशांबी से भाजपा के प्रत्याशी विनोद सोनकर का प्रचार करने आ रहे हैं। वह बाबागंज विधानसभा क्षेत्र के हीरागंज नगर पंचायत स्थित सिद्धपीठ मां नायर देवी धाम में जनसभा को संबोधित करेंगे। चूंकि अब तक राजा भैया बीजेपी उम्मीदवार विनोद सोनकर का विरोध कर रहे थे, लेकिन पिछले सप्ताह बेंगलुरु में राजा भैया और अमित शाह की मुलाकात के बाद स्थिति काफी बदल गई है। लोगों के मन में अब ये सवाल है कि क्या इस जनसभा के दौरान राजा भैया विनोद सोनकर के समर्थन में कुछ कहेंगे या सिर्फ प्रमुख विपक्षी दल पर ही हमला करेंगे।
जनसभा के जरिए मिल सकता है ठाकुरों का वोट
इस बार के लोकसभा चुनाव में राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतान्त्रिक चुनाव मैदान में नहीं उतरी है। विनोद सोनकर और जनसत्ता दल के नेताओं में हमेशा ही वाद-विवाद की स्थिति बनी रहती है। हाल ही में अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी ने विनोद सोनकर के खिलाफ बयान भी दिया था। बीजेपी के लिए यह जनसभा ठाकुर वोट बैंक के हिसाब से काफी जरूरी मानी जा रही है। क्योंकि बीजेपी जानती है कि कौशाम्बी और प्रतापगढ़ दोनों सीटों पर राजा भैया की पकड़ काफी मजबूत है।
श्रीकला को भी साथ लाने की तैयारी में बीजेपी
इसके साथ ही राजा भैया के साथ मंच साझा करने से कौशाम्बी के साथ साथ प्रतापगढ़ के लोग भी बीजेपी की तरफ रुख कर सकते हैं। इस जनसभा में अमित शाह और राजा भैया के बीच नया राजनीतिक समीकरण देखने को मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक इस बात का भी संकेत मिल रहा है कि यूपी में जून के बाद राजा भैया योगी मंत्रिमंडल का हिस्सा बन सकते हैं। कौशाम्बी और प्रतापगढ़ दोनों सीटों पर पकड़ बनाने के लिए बीजेपी की नई रणनीति अपनाई है, जिसमें ठाकुर नेताओं को बीजेपी अपने मंच पर ला सकती है।
-एजेंसी