गुजरात में अपना प्लांट लगाएगी अमेरिकी सेमीकंडक्टर कंपनी माइक्रॉन

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जीई-एचएएल डील

जलनरल इलेक्ट्रिक की एयरोस्पेस यूनिट ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ डील (GE HAL Deal) की घोषणा की है। दोनों कंपनियां भारत में भारतीय वायु सेना के लिए फाइटर जेट इंजन बनाएंगी। जीई-एचएएल डील से भारत में F414 फाइटर जेट इंजन को-प्रोड्यूस होगा। यह इंजन तेजस एयरक्राफ्ट में काम आएगा।

ड्रोन

भारत और अमेरिका ने जनरल एटॉमिक्स एमक्यू-9 रीपर सशस्त्र ड्रोन की खरीद पर एक मेगा डील की घोषणा की है। एमक्यू-9 रीपर ड्रोन भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए काफी अहम है। इस ड्रोन की तैनाती हिंद महासागर और चीनी सीमा पर देश की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। लगभग 29 हजार करोड़ रुपये के इस सौदे से भारत को 30 लड़ाकू ड्रोन मिलेंगे।

व्यापार

भारत और अमेरिका दोनों मिलकर एक ग्लोबल स्प्लाई चेन और वैल्यू चेन तैयार करेंगे। इससे विपरीत वैश्विक परिस्थितियों में इकॉनमी को कम से कम नुकसान होगा। दोनों देश विश्व व्यापार संगठन में 6 लंबित विवादों को समाप्त करने पर सहमत हुए हैं। भारत भी अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा उपायों सेक्शन 232 के जवाब में लगाए गए प्रतिशोधी टैरिफ को हटाने पर सहमत हुआ है।

खनिज

भारत मिनरल्स सिक्योरिटी पार्टनरशिप (MSP) में शामिल हुआ है। यह महत्वपूर्ण एनर्जी मिनरल्स सप्लाई चेन्स बनाने के लिए अमेरिका के नेतृत्व वाली साझेदारी है। भारत इसमें यूरोपीय संघ सहित 12 दूसरे पार्टनर देशों को जॉइन करेगा।
सोलर पावर इन्वेस्टमेंट

भारतीय सौर पैनल निर्माता विक्रम सोलर लिमिटेड (VIKO.NS) द्वारा समर्थित एक नए उद्यम ने गुरुवार को कहा कि वह अमेरिकी सौर ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला में 1.5 अरब डॉलर तक का निवेश करेगा। इसकी शुरुआत अगले साल कोलोराडो में एक कारखाने से होगी। नवगठित कंपनी वीएसके एनर्जी एलएलसी चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए क्लीन एनर्जी मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर के निर्माण में अमेरिका की मदद करेगी।

भारतीय रेलवे

भारतीय रेलवे ने यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट/इंडिया (USAID/India) के साथ एक MoU पर साइन किया है। इसके अलावा क्लीन एनर्जी और ऊर्जा दक्षता समाधानों पर USAID/India के साथ सहयोग की परिकल्पना की गई है। इसके अलावा मिशन नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन के टार्गेट को हासिल करने के लिए रेलवे के कार्बन फुटप्रिंट्स को कम करने का प्रयास किया गया है।

iCET

अमेरिका और भारत के बीच जटिल टकनीकों को सुरक्षित रखने और इन्हें आपस में बांटने को लेकर डील हुई है। इसके अलावा इनिशिएटिव ऑन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (iCET) की शुरुआत भी की गई है।

अंतरिक्ष

पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान अर्टेमिस एकॉर्ड्स समझौते पर भी मुहर लगी है। यह समान विचारधारा वाले देशों को नागरिक अंतरिक्ष खोज के मुद्दे पर एक साथ लाता है। नासा और इसरो दोनों साल 2024 में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए एक जॉइंट ऑपरेशन पर सहमत हुए हैं। इससे दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष सहयोग बढ़ेगा।

एडवांस कंप्यूटिंग

भारत और अमेरिका ने दोनों देशों में पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के बीच जॉइंट रिसर्च की सुविधा के लिए एक संयुक्त भारत-अमेरिका क्वांटम समन्वय तंत्र की स्थापना की है। उन्होंने एआई एडवांस वायरलेस और क्वांटम तकनीक पर एक नई कार्यान्वयन व्यवस्था पर भी हस्ताक्षर किए हैं।

वीजा

बाइडन प्रशासन ने कहा कि वह भारतीयों के लिए अमेरिका में रहना और यहा काम करना आसान बनाएगा। एक सूत्र ने बताया कि यूएस विदेश मंत्रालय जल्द ही यह घोषणा कर सकता है कि H-1B visa पर कुछ भारतीय और अन्य विदेशी कर्मचारी विदेश गए बिना अपने वीजा को रिन्यू करा सकते हैं।

-Compiled by up18 News