ईरान की इसराइल पर हमले की आशंका के बीच अमेरिका ने इसराइल में अपने स्टाफ की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है. अमेरिकी दूतावास ने स्टाफ़ को “अत्यधिक सावधानी बरतते हुए” यरूशलम, तेल अवीव या बीयर शेवा से बाहर यात्रा ना करने के लिए कहा है.
एक अप्रैल को ईरान के सीरिया स्थित वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था, जिसमें 13 लोगों की मौत हुई. इसमें ईरान के एलीट कुद्स फोर्स के एक शीर्ष कमांडर और उनके डिप्टी की मौत भी हुई थी.
ईरान ने कहा है कि इसराइल इस हमले के पीछे है और ईरान इसका बदला ‘ज़रूर लेगा.’ ब्रिटेन के विदेश मंत्री लॉर्ड कैमरुन ने ईरानी विदेश मंत्री को फोन कर मामले को और अधिक न बढ़ाने की अपील की है.
इसराइल ने इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है. लेकिन माना जा रहा है कि वो ही इस हमले के पीछे था.
ग़ज़ा में इसराइल और हमास के बीच जारी युद्ध के बाद से इस क्षेत्र में कई जगहों पर गोलीबारी बढ़ गई है. ईरान के प्रॉक्सी समूह हिज़्बुल्ला और इसराइल दोनों की ओर से लेबनान की सीमा पर हमले किए जा रहे हैं.
ईरान के दूतावास पर ये हमला ऐसे समय पर हुआ है जब पूरे क्षेत्र में राजनयिक कोशिशें जारी हैं कि ग़ज़ा में चल रहा युद्ध रोका जाए.
बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चेताया कि ईरान एक “महत्वपूर्ण हमला” कर सकता है और उन्होंने इसराइल को “मज़बूत” समर्थन देने बात कही.
ईरान से हमले की आशंका के बीच अमेरिका के मध्य पूर्व ऑपरेशन के लिए ज़िम्मेदार कमांडर एरिक करिल्ला इसराइल पहुंचे हैं.
11 अप्रैल को वॉल स्ट्रीट जनरल ने एक रिपोर्ट छापी है और दावा किया है कि अगले 24 से 48 घंटों में ईरान इसराइल पर हमला कर सकता है.
-एजेंसी