लखनऊ: अयोध्या में श्रीराम मंदिर के ध्वजारोहण कार्यक्रम को लेकर मंगलवार को दुनिया भर के श्रद्धालुओं की नजरें टिकी रहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ ही देर में मंदिर के मुख्य शिखर पर धर्म ध्वज फहराने वाले हैं। इसी बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी धार्मिक चर्चा में सुर्खियों में आ गए हैं।
अखिलेश यादव ने इटावा में निर्माणाधीन ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ के पूर्ण होने के बाद अन्य मंदिरों के दर्शन का अपना संकल्प पूरा करने की घोषणा की है। यह मंदिर उनकी पहल पर बन रहा है और इसकी वास्तुकला उत्तराखंड स्थित केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर तैयार की जा रही है। मंदिर परिसर में केदारनाथ की तरह मुख्य द्वार पर नंदी की प्रतिमा स्थापित की गई है।
मंगलवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा, “पूर्णता ही पूर्णता की ओर ले जाती है। ईश्वरीय प्रेरणा से इटावा में निर्माणाधीन ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ के पूर्ण होने पर अन्य मंदिरों के दर्शन का संकल्प भी पूरा करेंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि आस्था मनुष्य के जीवन में सकारात्मकता और सद्भाव भरने वाली ऊर्जा है। “दर्शन के लिए ईश्वरीय इच्छा ही मार्ग बनाती है, वही बुलाती है। हम सभी ईश्वर द्वारा बनाए गए रास्तों पर ही चलते हैं। आस्थावान रहें, सकारात्मक रहें।”
अयोध्या में आयोजित ऐतिहासिक ध्वजारोहण कार्यक्रम के बीच अखिलेश यादव की यह पोस्ट राजनीतिक और धार्मिक दोनों स्तरों पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
साभार सहित

