उत्तर प्रदेश में स्वामी प्रसाद मौर्य के श्रीरामचरितमानस पर दिए गए बयानों पर विरोध गरमाने लगा है। विरोध की आग लखनऊ से मेरठ तक भड़की। लखनऊ में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का विरोध किया गया। मेरठ में स्वामी प्रसाद के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई। उनकी तस्वीर को अपमानित किया गया। स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान और अखिलेश यादव की चुप्पी पर हिंदू संगठनों का विरोध शुरू हुआ है। दोनों नेताओं के खिलाफ शनिवार को विरोध प्रदर्शन हुए।
अखिलेश यादव को लखनऊ में काले झंडे दिखाए गए हैं। हिंदू संगठनों ने अखिलेश यादव मुर्दाबाद के नारे लगाए। दरअसल, अखिलेश यादव शनिवार को पितांबरा महायज्ञ में भाग लेने पहुंचे थे। इसी दौरान हिंदू संगठनों ने उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मामले में अखिलेश ने भाजपा और आरएसएस को घेरा। उन्होंने कहा कि दलितों को कुछ लोग शूद्र समझते हैं। सबको मंदिरों में प्रवेश से रोकने की साजिश हो रही है।
कार्यक्रम में भाग लेने के बाद विरोध प्रदर्शन पर अखिलेश यादव ने करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस का विरोध करने के कारण इस प्रकार से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। विरोध प्रदर्शन के बीच अखिलेश यादव ने मां पितांबरा महायज्ञ परिक्रमा में भाग लिया। इस दौरान हिंदू संगठनों की ओर से उन्हें काले झंडे दिखाए गए। उनके खिलाफ नारेबाजी की गई। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से मैंने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विरोध किया है। उस कारण इन लोगों को दिक्कत हो रही है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी के पेट में दर्द हो रहा है।
भाजपा नहीं है धर्म की ठेकेदार
विरोध प्रदर्शन को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा और आरएसएस के खिलाफ मैंने जो कहा है, वह इसका कारण हो सकता है। मैंने कहा है कि बीजेपी के बिना आरएसएस नहीं और संघ के बिना भाजपा नहीं है। अखिलेश ने कहा कि यहां पर जिन लोगों ने मुझे कार्यक्रम में आमंत्रित किया, उन्हें लगातार धमकियां मिल रही है।
अखिलेश ने जोर देते हुए कहा कि मुझे कार्यक्रम में बुलाने वाले लोगों को भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस की ओर से धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि धर्म का ठेकेदार कोई नहीं हो सकता है। बीजेपी धर्म का ठेकेदार नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग मंदिरों में सभी लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित करना चाहते हैं। इस कारण ऐसी कार्रवाई कर रहे हैं। ये लोग दलितों और पिछड़ों को शूद्र समझते हैं।
हिंदू संगठनों ने किया बड़ा ऐलान
स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध का बड़ा ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयान से माफी नहीं मांग लेते हैं और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं, तब तक यह विरोध जारी रहेगा। वहीं, मेरठ से रिपोर्ट आ रही है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ लोगों का यहां गुस्सा फूटा। कई संगठन के लोगों ने उनकी तस्वीर को लेकर प्रदर्शन किया।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने पिछले दिनों श्रीरामचरित मानस को विवादित पुस्तक बताते हुए देश में इसे बैन किए जाने की मांग की थी। इसके बाद से लगातार वे इस प्रकार की बात कर रहे हैं। इस मुद्दे पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की चुप्पी ने लोगों को आंदोलित कर दिया है।
Compiled: up18 News
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