आगरा जनपद के थाना मंसुखपुरा क्षेत्र के अंतर्गत गांव करकौली के चंबल के बीहड़ में शौच गए महिला और पुरुष पर जंगली जानवर ने हमला बोल दिया। बचाने गए युवक पर भी हमला बोल दिया जिससे 3 लोग गंभीर घायल हो गए। एकत्रित ग्रामीणों ने लाठी-डंडे लेकर जानवर को घेर कर मौत के घाट उतार दिया।
जानकारी के अनुसार मनसुखपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव करकौली निवासी सुरेंद्र सिंह एवं पप्पन देवी गुरुवार को सुबह गांव के ही पास चंबल के बीहड़ में शौच के लिए गए गए थे। बताया गया है कि उसी दौरान जंगली जानवर (चरखा) लकड़बग्घा ने महिला पप्पन देवी पर हमला बोल दिया। आवाज सुनकर बचाने गए सुरेंद्र सिंह पर भी जानवर ले अपना शिकार बनाने के लिए हमला बोल दिया। पुरुष और महिला की चीख पुकार सुनकर युवक मोनू कुमार मौके पर पहुंचा और जानवर से सुरेंद्र और पप्पन देवी को बचाने का प्रयास किया। जिस पर जंगली जानवर उग्र हो गया और उसने युवक पर भी हमला बोल दिया।
जानवर के हमले से तीनो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। युवक ने ग्रामीणों को आवाज लगा दी जिस पर एकत्रित ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर मौके पर पहुंचे और जानवर के हमले से तीनों लोगों को बचाया। एकत्रित ग्रामीणों ने जंगली जानवर को चंबल के बीहड़ में घेरकर लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। जिससे लकड़बग्घा की मौत हो गई। परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से घायल पुरुष, महिला और युवक को इलाज के लिए सीएचसी केंद्र पिनाहट में भर्ती कराया। जहां से चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए घायल पुरुष सुरेंद्र सिंह और महिला पप्पन देवी को गंभीर अवस्था में एंबुलेंस द्वारा हायर सेंटर आगरा के लिए रेफर कर दिया। वहीं घायल युवक मोनू कुमार को प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने एक घर भेज दिया।
जानवर द्वारा हमले और जानवर की मौत को लेकर सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने घटना की जानकारी ली। इसी संदर्भ में चंबल वन्य सेंचुरी रेंजर बाह आरके सिंह राठौर ने बताया कि हायना (चरखा) गर्मी के मौसम में उग्र जाते हैं। तीन ग्रामीणों पर जानलेवा हमला बोला है। ग्रामीणों की उग्र भीड़ द्वारा जानवर को मारने की आशंका बताई गई है। सूचना पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जानकारी ली है। वन विभाग द्वारा तीनों घायल ग्रामीणों को हर संभव इलाज में पूरी तरह से मदद की जाएगी।