आगरा: पति के झूठ पर झूठ बोलने से परेशान पत्नी का विवाद इतना बढ़ा कि मामला पुलिस परिवार परामर्श केंद्र तक पहुंच गया। काउंसलिंग के बाद भी बात नहीं बनी तो पति व ससुराल वालों के खिलाफ प्राथमिकी लिखने के आदेश कर दिये गए।
बताते हैं कि सिकंदरा क्षेत्र की रहने वाली युवती की शादी करीब तीन साल पहले हुई थी। पति और ससुर ने बहू के नाम से तीन लाख रुपये का लोन लिया, जिसके गारंटर वह खुद बने थे। लोन में ली गई रकम मकान बनाने में लगा दी। बहू से कहा था कि किस्त वह और पति देंगे, लेकिन पांच महीने बाद किस्त देना बंद कर दिया। युवती के पास बैंक से नोटिस आने लगे तो उसने किस्त जमा कराने के लिए एक बैंक में नौकरी कर ली।
पति और ससुर उसका उत्पीड़न करने लगे, घर से निकाल दिया। इस पर बहू ने पति व ससुर द्वारा किस्त न चुकाने की शिकायत पुलिस में कर दी। उनके बीच का विवाद सुलझाने को मामला परिवार परामर्श केंद्र भेजा गया।
बहू का काउंसलर से कहना था कि उसका पति उससे छह बार लोन चुकाने का वादा कर चुका है, जो हर बार झूठा निकला। पति ने काउंसलर के सामने भी लोन चुकाने का वादा किया, लेकिन लिखकर नहीं दिया। पत्नी का काउंसलर से कहना था कि पति हर बार झूठ बोलता है। जिसके चलते वह उस पर भरोसा नहीं कर सकती। वहीं, पति और ससुराल वालों का कहना था कि लोन बहू ने अपने लिए लिया था। वह अब जिम्मेदारी से बचने को यह सब कर रही है।