कई शिकायतों पर अफसरों पर बिगड़े मंत्री, डीएम को सौंपी गोपनीय जांच
बोले, गड्ढा मुक्ति अभियान पूर्णतः शिथिल, गुणवत्ताहीन बना
आगरा: प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद के समक्ष शुक्रवार को यहां जनप्रतिनिधियों ने अपना दुखड़ा रोया। जितिन प्रसाद सर्किट हाउस में विभागीय योजनाओं और गड्ढा मुक्ति अभियान की समीक्षा बैठक कर रहे थे।
इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों के प्रति जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों की सड़कों को बहुत बुरी स्थिति में होना बताया, साथ ही कहा कि जहां भी पैच वर्क हुआ है, वह बहुत घटिया व गुणवत्ताहीन है। जनप्रतिनिधियों ने शिकायत की कि सड़कों के लिए बजट को आए एक वर्ष से ज्यादा हो गया लेकिन कार्य अभी कहीं 20 प्रतिशत, कहीं 30 प्रतिशत ही हुआ है। गड्ढा मुक्ति हेतु सड़कों का चुनाव भी विभाग के अधिकारियों ने स्वयं मनमानापूर्ण किया है। इसमें जनप्रतिनिधियों की कोई राय, सुझाव भी नहीं लिया गया है। न उन्हें किसी भी कार्य से अवगत कराया है, लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी, जनप्रतिनिधियों का फोन तक नहीं उठाते।
इन शिकायतों पर कड़ी नाराजगी जताते हुए मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि बैठक से पूर्व भी मुझे कई नागरिकों द्वारा शिकायतें मिली हैं, गड्ढा मुक्ति अभियान पूर्णतः शिथिल, गुणवत्ताहीन तथा औपचारिक मात्र बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि सबकी जवाबदेही तय होगी कोई बख्शा नहीं जायेगा। गड्ढा मुक्ति के लिये धन की कोई कमी नहीं है, लेकिन अधिकारी उसका अभी तक उपयोग नहीं कर सके हैं।
उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि अभी सुधार करने का समय है, गड्ढा मुक्ति हेतु तीन शिफ्ट में दिन-रात कार्य करके 30 नवम्बर तक लक्ष्य हासिल करना है। उन्होंने कहा कि आपके काम से जब जनप्रतिनिधि ही संतुष्ट नहीं है, इससे आपके काम के प्रति संवेदनशीलता का पता चलता है। मंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि इसकी गोपनीय जांच कराकर मुझे रिपोर्ट प्रेषित करें।
बैठक में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, मुख्य विकास अधिकारी ए.मनिकन्डन, राज्यसभा सदस्य हरद्वार दुबे, विधायकगण डा.जीएस धर्मेंश, चौधरी बाबूलाल, पक्षालिका सिंह, भगवान सिंह कुशवाहा, विजय शिवहरे, जिला पंचायत अध्यक्ष डा. मंजू भदौरिया, भाजपा जिलाध्यक्ष गिर्राज कुशवाहा, नगर अध्यक्ष भानू महाजन, लोनिवि के चीफ अभियन्ता सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
-एजेंसी