आगरा। जिले में जल संकट और आधारभूत संरचना के मुद्दों को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया और पूर्व विधायक डॉ. राजेन्द्र सिंह ने लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट की और उन्हें जनपद की प्रमुख समस्याओं से अवगत कराते हुए एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा।
मुख्य रूप से प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि आगरा में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से सहयोग राशि निर्धारित की जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग अपने भवनों में वर्षा जल संरक्षण की व्यवस्था स्थापित करें। डॉ. भदौरिया ने बताया कि आगरा में भूजल स्तर 300 फुट से नीचे जा चुका है, जबकि प्रतिवर्ष लगभग 6030 मिमी वर्षा होती है। दुर्भाग्यवश, जल संचयन की व्यवस्था न होने के कारण अधिकांश वर्षा जल व्यर्थ बह जाता है।
ज्ञापन में अनुरोध किया गया कि जिस प्रकार स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय निर्माण हेतु आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, उसी प्रकार रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए भी सरकारी सहयोग राशि का प्रावधान किया जाए। 100 वर्गमीटर की छत से लगभग 63,000 लीटर वर्षाजल भूमि के भीतर पहुंचाया जा सकता है, जिससे भूजल स्तर में सुधार होगा।
इसके अतिरिक्त डॉ. भदौरिया और डॉ. सिंह ने फतेहाबाद स्थित पुरानी तहसील परिसर में पं. दीनदयाल उपाध्याय सामुदायिक भवन एवं मार्केट प्लेस निर्माण का प्रस्ताव भी रखा। इस परियोजना से क्षेत्र में सामाजिक व व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को तीन प्रमुख सड़कों फतेहाबाद से रिहावली मार्ग, शमसाबाद से नयावास मार्ग और शमसाबाद से इनायत पुर देवरी मार्ग के चौड़ीकरण एवं नवनिर्माण के प्रस्ताव भी सौंपे। इन सड़कों के विकास से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन सुगम होगा और क्षेत्रीय विकास को नई गति मिलेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनहित से जुड़े इन प्रस्तावों की सराहना करते हुए आगरा जनपद के सतत विकास हेतु हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया तथा जिला पंचायत अध्यक्ष को मार्गदर्शन प्रदान किया।
रिपोर्टर- पुष्पेंद्र गोस्वामी