आगरा। आगरा की ट्रांस यमुना कॉलोनी के अभिषेक को साउथ अफ्रीका में जिस कंपनी ने बंधक बना रखा था, वह भी एक भारतीय की है। कंपनी का मालिक मूल रूप से राजस्थान का निवासी है। कंपनी मालिक द्वारा अभिषेक से पांच लाख रुपये की मांग यह कहकर की जा रही थी कि कंपनी में काम करने के दौरान अभिषेक से कुछ नुकसान हो गया था। बहरहाल अभिषेक के आज तड़के आगरा पहुंचने के बाद परिवार बहुत खुश है।
क्षेत्रीय विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह ने आज अभिषेक के घर पहुंचकर उससे मुलाकात की। डॉ. धर्मपाल सिंह के प्रयासों से ही अभिषेक की सकुशल घर वापसी हो सकी है। विधायक डॊ. धर्मपाल सिंह ही अभिषेक के परिजनों को जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी के पास लेकर पहुंचे थे।
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया था। परिवारीजनों के सामने ही डीएम ने विदेश मंत्रालय में अपने परिचित वरिष्ठ अधिकारी को सारा वाकया बताया और इस मामले में मदद मांगी। विदेश मंत्रालय से ही यह जानकारी हुई कि विदेश संबंधी मामलों को शासन स्तर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद देखते हैं। विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह ने संजय प्रसाद से भी बात की।
संजय प्रसाद ने भी मामले पर त्वरित एक्शन लिया। सब कुछ तेजी से हुआ। इसका असर यह हुआ कि विदेश मंत्रालय ने दक्षिण अफ्रीका स्थित भारतीय दूतावास से सम्पर्क किया। भारतीय दूतावास ने कंपनी मालिक और अभिषेक को दूतावास में ही बुलाकर इस मामले का निपटारा कराया। दूताबास में ही यह बात सामने आई कि अभिषेक के हाथों कंपनी का कुछ नुकसान होने की वजह से कंपनी मालिक ने उसका पासपोर्ट छीनकर पांच लाख रुपये की डिमांड रखी थी। दूतावास के हस्तक्षेप से अभिषेक बंधन मुक्त हो गया।
अभिषेक ने घर वापस लौटकर बताया कि कंपनी मालिक द्वारा उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। उस पर पांच लाख रुपये घर से मंगाने का दबाव बनाया जा रहा था।
अभिषेक से उसके घर पर मुलाकात करने के बाद विधायक डॊ धर्मपाल सिंह ने कहा कि यह उनका कर्तव्य था कि अपने क्षेत्र के परिवार की संकट काल में मदद करते। उन्होंने अभिषेक की सकुशल वापसी पर खुशी जताते हुए इस मामले में त्वरित कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद और आगरा के जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी का भी आभार जताया। मुलाकात के दौरान क्षेत्रीय पार्षद शेरा भाई भी विधायक के साथ थे।
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.