दयालबाग में बवाल के अगले दिन शांति, अफवाहों का बाजार गर्म
सत्संगियों का दावा- प्रशासन ने पक्ष रखने को सात दिन का समय दिया
खुद को सत्संगी बताने वाली महिला पहुंची डीसीपी कार्यालय, लगाए आरोप
आगरा: दयालबाग में राधास्वामी सत्संग सभा के सत्संगियों और प्रशासन के बीच में टकराव के बाद सोमवार को शांति रही। हालांकि दिनभर अफवाहों का बाजार गर्म रहा। विवादित स्थान पर सत्संगी डेरा डाले रहे। सत्संगियों की ओर से कहा जा रहा है कि जिला प्रशासन ने सत्संग सभा को अपना पक्ष रखने के लिए सात दिन का समय दे दिया है।
पुलिस और सत्संगियों की ओर से रविवार के विवाद को लेकर अभी तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। इस बीच खुद को सत्संगी बताने वाली एक महिला ने अधिकारियों के पास पहुंचकर सत्संग सभा पर बालिकाओं को सुरक्षा के नाम पर घातक ट्रेनिंग दिए जाने के आरोप लगाए।
बता दें कि रविवार को दयालबाग में राधास्वामी सत्संग सभा द्वारा सरकारी जमीन और सार्वजनिक रास्तों पर दोबारा कब्जा करने के बाद राजस्व विभाग की टीम पुलिस के साथ उसे हटाने गई थी। पुलिस और सत्संगियों के बीच में टकराव हुआ। करीब 40 लोग घायल हो गए थे। पहले सत्संगियों को अपना पक्ष रखने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया था, अब कहा जा रहा है कि इसे बढ़ा कर सात दिन कर दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि रविवार के बवाल में उनकी ओर से 16 लोग घायल हुए हैं। सबके मेडिकल कराए जा रहे हैं। आगे जो कार्रवाई होगी, उसे देखा जाएगा। वहीं, राधास्वामी सत्संग सभा के मीडिया प्रभारी एसके नैयर का कहना है कि उनकी तरफ से करीब 70 लोग घायल हुए, जिनका सरन अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्रशासन ने जिला अस्पताल में सत्संगियों को इलाज नहीं दिया। उनकी ओर से हर तरह की कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को दिनभर अफवाहों का बाजार भी गर्म रहा। मामले में स्थगनादेश हो जाने की भी चर्चा फैली। यह भी कहा जाने लगा कि सत्संगियों के दबाव में जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी के तबादले के आदेश हो गए हैं। इस अफवाह के फैलते ही शासन की आलोचना भी होने लगी, कई व्हाट्स एप ग्रुपों में लोग प्रतिक्रिया व्यक्त करने लगे। कुछेक लोगों ने यहां तक कह दिया कि यदि इस मामले में किसी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही हुई तो वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जायेंगे।
सत्संगियों के खिलाफ डीसीपी कार्यालय पहुंची महिला, लगाए गंभीर आरोप
इस बीच रूही सत्संगी नामक एक महिला का वीडियो तेजी से वायरल हुआ। यह महिला अपनी बात कहने डीसीपी कार्यालय पहुंची थी। वीडियो में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए महिला ने आरोप लगाया कि सत्संगी कैंप में बच्चियों को लाठी चलाने से लेकर हथियार चलाने तक की घातक ट्रेनिंग दी जाती है और हमला करने के लिए कोड वर्ड का प्रयोग किया जाता है। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व में कई लोगों को मारकर यमुना के किनारे दफना दिया गया। खुद उसे भी मारने और सरे आम प्रताड़ित करने के प्रयास किए गए।
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