Agra News: वाइल्डलाइफ एसओएस और यूपी वन विभाग ने देर रात चलाए गए अभियान में 7 फीट लंबे मगरमच्छ को बचाया

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उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में स्थित नगला अमान गांव में देर रात 7 फुट लंबे मगरमच्छ दिखने से हड़कंप मच गया, जिसे बाद में वाइल्डलाइफ एसओएस और वन विभाग ने रेस्क्यू किया। 4 घंटे तक चले रेस्क्यू मिशन के बाद, बड़े मगरमच्छ को सफलतापूर्वक वापस उसके प्राकर्तिक आवास में छोड़ दिया गया।

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के एक गांव में देर रात एक मगरमच्छ आ गया। नगला अमान गाँव के निवासी लगभग 7 फीट लंबे मगरमच्छ को देखकर दहशत में आ गए और उन्होंने तुरंत मदद के लिए वन विभाग को फोन किया। वन विभाग के अधिकारियों ने बचाव अभियान में सहायता के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस को भी अलर्ट किया।

एनजीओ की 4 सदस्यीय टीम रात में करीब 120 किमी का सफर तय कर आवश्यक उपकरणों के साथ लोकेशन पर पहुंची। वहां पहुंचने पर टीम ने स्थिति का जायज़ा लेकर बचाव अभियान चलाया। इसी दौरान वन अधिकारियों वहां एकत्रित भीड़ को नियंत्रित करने में जुट गए। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को सफलतापूर्वक पिंजरे के अंदर ले लिया गया, जिसे बाद में उपयुक्त आवास में छोड़ दिया गया

सुरेंद्र कुमार सास्वत, रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर, जसराना ने कहा, “मगरमच्छ को गाँव में देखने के बाद हमें ग्रामीणों का फोन आया। हमने तुरंत अपनी टीम वहाँ के लिए रवाना करी और साथ ही साथ इसकी सूचना वाइल्डलाइफ एसओएस को भी दी। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद, हमने मगरमच्छ को पास के जल निकाय में छोड़ दिया, जहां मगरमच्छों की आबादी बढ़ रही है।”

वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, “भीड़ की उपस्थिति के बावजूद स्थिति के प्रबंधन में और सहायता के लिए हमें कॉल करने के लिए हम वन विभाग के आभारी हैं। ऐसे ऑपरेशन ग्रामीणों के सहयोग के बिना संभव नहीं होते, जिन्होंने हमें मगरमच्छ की उपस्थिति के बारे में जल्दी से सतर्क किया।”

बैजूराज एमवी, डायरेक्टर-कंजर्वेशन प्रोजेक्ट्स, वाइल्डलाइफ एसओएस ने कहा, “इस तरह के ऑपरेशन काफी जोखिम भरे हो सकते हैं, क्योंकि इतने बड़े और शक्तिशाली सरीसृप को पकड़ते समय अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत होती है। अतीत में कई मगरमच्छों को बचाने के परिणामस्वरूप अत्यधिक अनुभवी होने के कारण, हमारी टीम ने स्थिति को अच्छी तरह से संभाला।”