आगरा: शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार किस हद तक है इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि एंटी करप्शन टीम के बाद अब विजिलेंस टीम भी भ्रष्टाचार में शामिल शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर शिकंजा कस रही है। बीते गुरुवार को विजिलेंस टीम ने खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) बरौली अहीर को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। जैसे ही भ्रष्ट बीईओ की गिरफ्तारी हुई पूरे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। भ्रष्ट बीईओ की गिरफ्तारी की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। विजिलेंस ने बीईओ को हिरासत में लेकर कार्यवाही शुरु कर दी है।
पूरा मामला बरौली अहीर ब्लॉक का है। बताया जाता है कि पकड़े गए आरोपी बीईओ प्रमोद कुमार ने बकाये ढ़ाई लाख के एरियर पास कराने के नाम पर एक शिक्षक प्रदीप कुमार यादव से 50 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। पीड़ित शिक्षक ने इसकी शिकायत विजिलेंस से कर दी। इस शिकायत पर विजिलेंस टीम ने पूरा जाल बिछाया और आरोपी बीईओ को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई।
गुरुवार सुबह विजिलेंस की टीम पीड़ित शिक्षक के साथ पहुंची और फिर प्लान के अनुसार पीड़ित को भ्रष्ट बीईओ को पैसे देने के लिए भेजा। जैसे ही गाड़ी में बैठे बीईओ ने ₹50000 अपने हाथ में लिए, उसी समय आरोपी प्रमोद कुमार को पकड़ा। टीम आरोपी को विजिलेंस ऑफिस ले गई और उसके खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
आगरा में शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी शिक्षक व कर्मचारी पकड़े जा चुके हैं। पहले भी एंटी करप्शन की टीम भी कार्रवाई कर चुकी है। इसके बाद भी विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सुधरने को तैयार नहीं हैं। भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।