आगरा: जिले में एक करोड़ रुपये की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने संजय प्लेस में ऑफिस भी खोला हुआ था। कारनामे को अंजाम देने के लिए एक ड्राई फ्रूट्स और मसाला कंपनी बनाई थी, जिसकी आड़ में दिल्ली और कर्नाटक की दो कंपनियों को शिकार बनाया गया। उनको बड़ा ऑर्डर देने का लालच दिया। कंपनियां उनके झांसे में आ गई। दिल्ली की कंपनी ने एक करोड़ रुपये के मसाले और कर्नाटक की कंपनी ने 1000 किलो मसाले भेज दिए। जब पेमेंट नहीं हुआ तो कंपनी के कर्मचारी यहां आए और देखा कि माल ले जाने वाली कंपनी पर ताला लटका था। इस संबंध में दोनों कंपनियों ने थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज कराया है।
ठग कंपनी ने यहां हलवाई की बगीची इलाके में गोदाम बनाया था। ऑर्डर देने पर 30 प्रतिशत नगद भुगतान और 70 प्रतिशत माल आने पर देने का वादा किया था। एक करोड़ का माल पहुंचने के बाद कंपनी ने अकाउंटेंट की तबीयत खराब बताई, भुगतान नहीं किया। माल मिलने के बाद कंपनी ऑफिस पर ताला डालकर फरार हो गई। कंपनी के कर्मचारी सोमवार को ऑफिस बंद करके चले गए। फॉर्मर फ्रेश एंड स्पाइस के नाम से फर्जी कंपनी बनाई गई थी। मामले में गुरुग्राम के नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
दिल्ली की कंपनी के लोग 20 अप्रैल को यहां तो ठग कम्पनी के लोगों ने संजय प्लेस स्थित वृंदावन टॉवर में सातवें फ्लोर पर बने अपने आफिस में डील की। इसमें 10 टन जीरा, छोटी इलायची 500 किलो, बड़ी इलाचयी 500 किलो, जावित्री और सौंफ 500 किलो सहित कुल 15 टन माल लिया था, जिसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये थी।
कंपनी के सौरभ, संदीप गुर्जर सहित नौ लोग थे। इन्होंने कहा था कि माल डिलीवर होते ही 30 प्रतिशत रकम ट्रांसफर कर देंगे, बाकी रकम बाद में देंगे। दो मई को ट्रक से माल भेज दिया गया। हलवाई की बगीची स्थित गोदाम में माल उतरवा लिया। जब रुपये की बात आई तो इन्होंने कहाकि एकाउंटेंट की तबियत खराब है, बाद में दे देंगे। इसके बाद इन सबके फोन स्विच आफ हो गए। छह मई को जब दिल्ली से लोग पता करने आए तो आफिस पर ताला लटका था।
बेलगांव की कंपनी के सेल्समैन अल्पेश ने बताया कि फॉर्मर फ्रेश द्वारा उनकी कंपनी से ऑनलाइन संपर्क किया गया। उनकी कंपनी की डायरेक्टर ने उन्हें आगरा भेजा। यहां वृंदावन टावर में रीना नाम की महिला मिली। उसने सिद्धार्थ नाम के व्यक्ति को अपना बॉस बताया। उन्होंने एक हजार किलो काजू का ऑर्डर दिया। इसकी कीमत करीब साढ़े सात लाख रुपये थी। 13 अप्रैल को माल डिलीवर हो गया । वादे के अनुसार दो दिन में पेमेंट करना था। इसके बाद सबके नंबर बंद हो गए। मामले की जांच करने उनकी डायरेक्टर कविता शर्मा आगरा आई तो कंपनी पर ताला लगा था।
दोनों कंपनियों की ओर से सिद्धार्थ, रीना, गुंजन, संदीप गुर्जर, अमित, राजवीर, तान्या, प्रवीन गुप्ता के नाम एफआईआर हुई है। इन्होंने अपना पता गुड़गांव बताया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बताया गया है कि इन दो कंपनियों के अलावा कई और कंपनियों के साथ भी ठगी हुई है। एक कंपनी बिहार की बताई जा रही है। उससे भी लाखों रुपये के मखाने ले लिए। कंपनियों की ओर से पुलिस को आरोपियों के फोटो और वीडियो भी उपलब्ध कराए गए हैं।
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.