Agra News: ताजमहल पर स्वान के काटने पर पर्यटक को नहीं मिली एंटी रेबीज वैक्सीन, साथी बोले- ..तो बंद कर दो ताज

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आगरा: एक महिला पर्यटक अपने साथियों के साथ ताजमहल देखने के लिए पहुंची थी। ताजमहल देखने के लिए यह महिला पर्यटक काफी उत्साहित नजर आ रही थी लेकिन ताजमहल भ्रमण का यह पल उसके लिए अच्छा नहीं रहा। जैसे ही महिला पर्यटक टर्न स्टाइल गेट पर टोकन स्कैन करने के बाद वह सुरक्षा जांच कराने को डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर की तरफ जा रही थीं। तभी वहा पहले से बैठे स्वान ने अचानक उनके पैर में काट लिया। इससे पर्यटक काफी भयभीत हो गई। इस दौरान सीआईएसएफ और एएसआई कर्मचारियों ने कोई मदद नहीं की। पीड़ित महिला पर्यटक के साथी स्वास्थ्य केंद्र ले गए लेकिन वहां भी महिला पर्यटक को एंटी रेबीज वैक्सीन नहीं लगी। प्राथमिक चिकित्सा के नाम पर केवल पैर में डिटोल लगा दिया गया।

जानकारी के मुताबिक महिला पर्यटक अपने साथियों के साथ सोनभद्र से ताजमहल भ्रमण देखने के लिए आई थी। साथी रितेश कुमार ने बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के कर्मचारियों व केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के जवानों ने उनकी कोई सहायता नहीं की। वह स्वजन की सहायता से गोल्डी को पूर्वी गेट स्थित डिस्पेंसरी लेकर पहुंचे। उन्होंने एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने काे कहा, लेकिन वह उपलब्ध ही नहीं थी। प्राथमिक चिकित्सा के नाम पर केवल पैर में डिटाल लगा दिया गया और वहा से भेज दिया गया।

रितेश कुमार ने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि ताजमहल पर अगर पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा के इंतजाम नहीं कर सकते हैं, तो स्मारक को बंद कर दें। ताजमहल पर पूर्व में भी बंदरों व स्वानों द्वारा पर्यटकों को काटे जाने की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन समस्या का समाधान आजतक नहीं हो पाया है। स्वान या बंदर के काटने पर पर्यटकों को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने के लिए जिला अस्पताल जाने को कह दिया जाता है।

सीएमओ डा.अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि ताजमहल पर अब जगह उपलब्ध हुई है। एक सप्ताह में डिस्पेंसरी पर दवाएं और एंटी रेबीज वैक्सीन उपलब्ध करा दी जाएंगी। पर्यटकों को तुरंत उपचार मिलेगा।

अधीक्षण पुरातत्वविद् डा. राजकुमार पटेल ने कहा कि पर्यटक को पूर्वी गेट के बाहर स्वान द्वारा काटने की जानकारी मिली है। पर्यटक के साथ डिस्पेंसरी तक स्टाफ गया था। एंटी रेबीज वैक्सीन नहीं होने की जानकारी उन्हें नहीं है।