Agra News: ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में जिला भाजपा की तिरंगा यात्रा में उमड़ा हजारों लोगों का सैलाब, घरों की छतों से हुई पुष्पवर्षा

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आगरा। देशभक्ति सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं रही, अब गांवों में भी इसका ज्वार उमड़ पड़ा है। शुक्रवार को रोहता स्थित पीएस गार्डन से निकली विशाल तिरंगा यात्रा इसका साक्षात प्रमाण बनी, जब हजारों की भीड़ हाथों में तिरंगा लिए भारत माता की जय और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों से पूरा क्षेत्र गूंजा उठी।

यह यात्रा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के जवाब में सेना द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में भाजपा द्वारा आयोजित की गई थी। सांसद राजकुमार चाहर, जिलाध्यक्ष प्रशांत पौनिया, देहात क्षेत्र के विधायक और अनेक जनप्रतिनिधियों की अगुवाई में निकली यात्रा में ग्रामीणों ने उत्साह और गर्व से भाग लिया।

लगभग दो किलोमीटर लंबी इस यात्रा में लोग घरों की छतों से पुष्पवर्षा करते नजर आए। यात्रा एक तरफ जहां सेना के साहस और बलिदान को नमन कर रही थी, वहीं दूसरी तरफ मातृशक्ति के योगदान को भी सलाम कर रही थी। जिलाध्यक्ष पौनिया ने कहा कि तिरंगा हमारी अस्मिता का प्रतीक है और इसके लिए वीरों ने अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए।

नारी शक्ति की भूमिका को भी इस यात्रा में विशेष रूप से रेखांकित किया गया। कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह जैसे नामों का उल्लेख करते हुए बताया गया कि कैसे मातृशक्ति ने भी इस देशभक्ति के अभियान को नई ऊंचाइयां दी हैं।

सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने आतंक के खिलाफ निर्णायक नीति अपनाई है। उनके फैसलों से न केवल सेना का मनोबल बढ़ा है, बल्कि आमजन का भरोसा भी और मजबूत हुआ है।

तिरंगा यात्रा में पूर्व एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया की पत्नी आशा भदौरिया, यात्रा संयोजक हरिओम सिंह रावत, विधायक रानी पक्षालिका सिंह, छोटेलाल वर्मा, भगवान सिंह कुशवाह, एमएलसी विजय शिवहरे, पूर्व जिलाध्यक्ष श्याम भदौरिया, महेश गोयल, जितेंद्र वर्मा, पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह, पूर्व विधायक कालीचरण सुमन, वरिष्ठ नेता उपेन्द्र सिंह, खेरागढ़ के चेयरमैन सुधीर गर्ग, बबीता शल्या, कुलदीप गर्ग, महेंद्र भगत, राहुल चौधरी, सहदेव शर्मा, गौरव सोलंकी, अरुण शर्मा, देवेंद्र रावत, वीरपाल माहुरा आदि शामिल थे।

यात्रा संयोजक हरिओम सिंह रावत ने बताया कि यह महज़ एक यात्रा नहीं, बल्कि देश के प्रति जनमानस की भावना का जनसैलाब था।