आगरा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्वोत्तर से आई अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन की यात्रा (शील) के अंतिम दिन नागरिक अभिनंदन समारोह केंद्रीय हिंदी संस्थान अटल बिहारी वाजपेई सभागार में सम्पन्न हुआ। यात्रा पर आए प्रतिनिधियों ने कि कहा जिन परिवारों में हम रहे हैं, उन लोगों और ब्रज को हम कभी नहीं भूलेंगे। इस अवसर पर होस्ट फैमिलीज का भी सम्मान किया गया। विदाई लेते समय सभी प्रतिनिधियों की आंखें नम थीं।
कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह, परिषद की केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य डॉक्टर निधि बहुगुणा, कार्यक्रम अध्यक्ष पूरन डावर, विशिष्ट अतिथि पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गौर, स्वागत समिति अध्यक्ष संतोष शर्मा व महामंत्री नारद मुनि गौड़, शील यात्रा संयोजक बोम सिंग ख़ंगतिर, डेलीगेट वाड़ारी ओ चेयरमंग एवं सनासम तानिया चानू आगरा शील यात्रा संयोजक शिवांग खंडेलवाल ने ज्ञान की देवी मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
मुख्य अतिथि परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि विद्यार्थी परिषद का प्रकल्प देश के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। नॉर्थ ईस्ट के हमारे जितने भी भाई-बहन हर साल यात्री बनाकर सभी राज्यों का दर्शन करने हेतु यहां पधारते हैं, उन्हें यह अवसर प्राप्त होता है कि किस प्रकार से संस्कृतियों का आदान-प्रदान होता है।
उन्होंने कहा कि ये विद्यार्थी अपने घर जाकर भी सबको यह बात बताते हैं कि भारत एक अखंडता में एकता वाला देश है। भारत की यह अखंडता में एकता ही भारत को भारत बनाती है। पूर्वोत्तर की बात करें तो हमारे देश के कई ऐसे खिलाड़ी जो कि पूर्वोत्तर से आते हैं, जिन्होंने भारत का परचम विश्व पटेल पर लहराया है। पूर्वोत्तर हमारे भारत की शान है।
झूठ फैलाने वालों को जवाब दे रहा पूर्वोत्तर
मुख्य वक्ता अभाविप केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य डॉ. निधि बहुगुणा ने बताया कि लोग झूठ फैलाते थे कि नॉर्थ ईस्ट में कभी तरक्की नहीं होगी। यह भारत से अलग है। आज नॉर्थ ईस्ट में रेलवे लाइन और निरंतर विकास चल रहा है। अफवाह फैलाने वाले वही लोग हैं, जो देश को बांटने के लिए कार्य करते हैं, लेकिन विद्यार्थी परिषद ने जब इस शील प्रकल्प की स्थापना की तब विश्वास था कि यह प्रकल्प आगे चलकर मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने कहा कि हमारे देश के एक केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू अरुणाचल के मुख्यमंत्री और न जाने ऐसे कितने ही लोग इस शील यात्रा के प्रतिनिधि रहे हैं। प्रतिनिधि के रूप में उन्होंने कई राज्यों की संस्कृति को जाना और आज वह अपने-अपने क्षेत्र में नेतृत्व करने का कार्य कर रहे हैं।
जीवन दर्शन टूर का बदलाव पूर्वोत्तर में दिखता है: खंगतिर
दल प्रमुख बोम सिंग ख़ंगतिर ने कहा कि संगठन वर्ष 1966 से अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन टूर करा रहा है। इसकी वजह से अब पूर्वोत्तर राज्यों में तिरंगा लहराने लगा है। मणिपुर विश्वविद्यालय में भारत माता के जयकारे गूंजते हैं। उन्होंने कहा कि भाषण से नहीं व्यवहार से दुनिया बदलती है। स्वामी विवेकानंद के दिखाए रास्ते पर अभाविप चल रहा है।
विचारों के लिए जानी जाती है विद्यार्थी परिषद: पुलिस कमिश्नर
विशिष्ट अतिथि पुलिस काम सुनार जे रविंदर गौड ने कहा कि विद्यार्थी परिषद अपने विचारों के लिए जानी जाती है। इसके जितने भी कार्य हैं सदैव राष्ट्रहित के लिए रहते हैं। चाहे वह जेएनयू में लगे भारत विरोधी नारों के विरोध में आंदोलन करना हो या कश्मीर में जब तिरंगे का अपमान हुआ तो वहां जाकर पुनः तिरंगे का सम्मान करना हो। इसी का यह प्रकल्प सील भी एक माध्यम है। निरंतर राष्ट्रवाद की अलख को जगाए रखने का।
अभिनंदन समारोह के उपरांत केंद्रीय हिंदी संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिनको सभी ने सराहा। ब्रज की ओर से उनके सम्मान में ब्रज की होली, मयूर नृत्य आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
स्वागत भाषण समिति के अध्यक्ष संतोष शर्मा एवं आभार स्वागत समिति महामंत्री गन्ना समिति चेयरमैन नारद मुनि गौड़ ने किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री मनोज नीखरा, प्रांत अध्यक्ष डॉ सौरभ सेंगर, प्रांत संगठन मंत्री अंशुल श्रीवास्तव, प्रांत मंत्री अंकित पटेल मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।