आगरा:- शहर में गंगाजल की आपुर्ति होने के बाद भी नलों से गंदा पानी आ रहा है। कई दिनों से नलों में आ रहे बदबूदार पानी से लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दैनिक कार्यो में इस्तेमाल होने वाले पानी के लिए लोग तरस रहे हैं।
यूपी सरकार ने गंगाजल प्रोजेक्ट के तहत करीब 3 हजार करोड़ की धनराशि खर्च कर आगरा में पालड़ा झाल से 140 क्यूसेक पानी की व्यवस्था की है। आवास विकास बोदला सेक्टर 4 में घरों में नल तो लगे हैं पर कई दिनों से गंदे पानी की आपूर्ति के कारण लोगो को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। साफ पानी की आस में लोग मोटर चलाकर बिजली खर्च कर रहे हैं। लेकिन नलों से सिर्फ बदबूदार पानी ही मिल रहा है।
आगरा में गंगाजल देने का एलान किया जाता है मगर हकीकत इससे उल्ट है। घरों में पिछले चार-पाँच दिनों से गंदा बदबूदार पानी की सप्लाई से लोग काफी परेशान हैं। सुबह बच्चो को स्कूल जाने से लेकर ऑफिस जाने वाले लोगो को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दैनिक क्रियाओं से लेकर घरों में इस्तेमाल लिए जाने पानी की एक बूंद के लिए भी लोगो को खासी परेशानी हो रही है।
भगीरथ के प्रयासों को झटका, दी जा रही तिलांजलि
विपक्ष में रहकर गंगा को लाने वाले आज सत्ता के शिखर पर हैं पर गंगा के जल का यह हाल। जल की जगह जमीन को प्राथमिकता देना गलत नहीं, आजीविका बुरी नहीं पर प्यासों को पानी न मिले और गंगा मैली हो ऐसा कैसे एक भगीरथ अपने ही शहर में देख सकता है।
भगीरथ के लगे थे होर्डिंग
जब शहर आगरा को भागीरथ के होर्डिंग और पोस्टर से पाठ दिया गया था तब आगरा वासियों को यह लगा था कि गंगाजल आगरा के अंदर आने के बाद ताज नगरी की पेयजल समस्या पूरी तरीके से दूर हो जाएगी मगर कालिंदी के शहर जिसमें सरकारें अपना अपना श्रेय लेने में बिजी रही उसे यमुना के शहर आगरा में गंगा जल आने के बाद भी पेयजल के लिए लोग व्याकुल पड़े हैं।