-बायोकेमिस्ट्री विभाग में अब मरीजों के लिए 24 नई जांच सेवाएं शुरू की गईं
-सेंट्रल लैब में लगाई गई हैं अत्य़ाधुनिक मशीनें, सस्ते में हो सकेंगीं महंगी जांचें
आगरा। सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज अब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की तर्ज पर लगातार तरक्की की ओर अग्रसर है। लेटेस्ट ऑपरेशन थिएटर के बाद अब यहां प्रदेश की पहली एडवांस सेंट्रल लैब की शनिवार को शुरुआत हो गई।
यूपी के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने इस अत्याधुनिक सेंट्रल लैब का उद्घाटन किया। इस लैब से दिल, किडनी और अन्य गंभीर बीमारियों की जांच अब आगरा में ही लेटेस्ट तकनीकों से की जा सकेगी। आम आदमी को महंगी जांच सुविधाएं बेहद कम कीमत पर उपलब्ध कराई जाएंगी।
योगेंद्र उपाध्याय ने कि समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को इलाज उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार कटिबद्ध है। एसएन मेडिकल कॉलेज इस संकल्प का जीवंत उदाहरण है, जहां मरीजों के लिए अत्याधुनिक मशीनों से लैस 24 घंटे काम करने वाली नई लैब शुरू की गई है।
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने जानकारी दी कि कॉलेज के बायोकेमिस्ट्री विभाग में अब मरीजों के लिए 24 नई जांच सेवाएं शुरू की गई हैं। सेन्ट्रल लैब का उच्चीकरण कर इसमें 04 फुल ऑटोएनालाइजर, 02 हार्मोन एनालाइजर, 03 एबीजी मशीनें, 02 इलेक्ट्रोलाइट एनालाइजर, 03 सेंट्रीफ्यूज और 02 पॉइंट ऑफ केयर मशीनें लगाई गई हैं।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि अब कैंसर, हार्ट, लिवर और किडनी की गंभीर बीमारियों के मरीजों का इलाज भी मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है। जिनके पास गृहस्थ राशन कार्ड है, वे अपना असाध्य रोग कार्ड बनवाकर नि:शुल्क जांच और इलाज का लाभ उठा सकते हैं।
यहां तक कि कार्डियक स्टेंटिंग जैसी महंगी प्रक्रियाएं, जिसकी सामान्यतः कीमत ₹70,000 तक होती है, वह भी अब नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं।
डॉ. गुप्ता ने आगे कहा, “हमारा संकल्प है कि भविष्य में मेडिकल कॉलेज में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा भी शुरू की जाएगी। सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों द्वारा आवश्यक हाई-एंड टेस्ट भी अब कॉलेज में ही होंगे।”
जांच सेवाओं में हुई बड़ी बढ़ोत्तरी
सेन्ट्रल लैब प्रभारी डॉ. कामना सिंह ने बताया कि पहले 54 प्रकार की जांच सेवाएं उपलब्ध थीं, जिनमें अब 24 नई जांच जोड़कर कुल 78 जांच सेवाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। इससे गुर्दा रोग, हृदय रोग, मधुमेह और बांझपन के मरीजों को विशेष लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि 2021-22 में जहां 6 लाख जांचें हुई थीं, वहीं 2024 में यह संख्या बढ़कर 19 लाख तक पहुंच गई है। अब एसएन मेडिकल कॉलेज निजी लैब्स की तरह लगभग हर प्रकार की जांच सुविधाएं प्रदान कर रहा है।
कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थिति
इस अवसर पर डॉ. जीवी सिंह, डॉ. राजेश गुप्ता, डॉ. हरि सिंह, डॉ. स्निग्धा सेन, डॉ. अंशु गुप्ता, डॉ. पवन गौतम, डॉ. प्रीति भारद्वाज, डॉ. गार्गी त्यागी और डॉ. गीतू सिंह सहित कई संकाय सदस्य उपस्थित रहे।