आगरा: शहर में दो दोस्तों ने मिलकर पुलिस की नींद हराम कर रखी थी। दोनों मिलकर राह चलते लोगों के मोबाइल फोन लूट लेते थे और ऑटो रिक्शा में बैठकर भाग निकलते थे। आखिरकार थाना हरिपर्वत पुलिस ने दोनों लुटेरों को आर टी ओ कार्यालय के निकट से दबोच लिया। यह गैंग लूट और स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम दे रहा था। आरोपियों के कब्जे से लूटा गया मोबाइल फोन और वारदात में प्रयुक्त किया जाने वाला ऑटो रिक्शा भी बरामद किया गया।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, लूट का सिलसिला काफी समय से चल रहा था। दोनों दोस्त पेशेवर अंदाज में वारदात को अंजाम दे रहे थे। पुलिस भी परेशान थी। बदमाशों का सुराग नहीं मिल रहा था। विगत 31 अक्टूबर को दोनों दोस्तों ने हरिपर्वत थाना क्षेत्र में मोबाइल फोन लूट की वारदात को अंजाम दिया। घटिया आजम खां क्षेत्र से अपने घर की तरफ जा रहे युवक के हाथ से मोबाइल फोन छीना और ऑटो लेकर फरार हो गए। पीड़ित ने वारदात की जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई। सुराग मिलने के बाद पुलिस टीम ने बुधवार को दोनों आरोपियों मनीष कुशवाहा और अर्जुन कुशवाहा निवासी एत्माद्दौला को आरटीओ मोड़ के नजदीक से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने बताया कि बरामद हुआ मोबाइल फोन उन्होंने 30 अक्टूबर को मोतीलाल नेहरू रोड से एक बुजुर्ग के हाथ से छीना था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
वारदात के खुलासे के बाद पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि दोनों आरोपी अब तक मोबाइल फोन लूट की कितनी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं और लूटे गए मोबाइल फोनों को कहां खपाते थे।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि दोनों दोस्त शाम के वक्त सुनसान रहने वाले स्थानों पर ऑटो लेकर घूमते थे। जैसे ही कोई अकेला व्यक्ति फोन पर बात करता हुआ नजर आता था। ऑटो में बैठा एक दोस्त उस व्यक्ति से कुछ कदम पीछे उतर जाता था। ऑटो सवार दोस्त ऑटो लेकर आगे निकल जाता था। धीमी रफ्तार से चलता था। जैसे ही दूसरा दोस्त मोबाइल लूटकर भागता था। ऑटो उसके पास रुकता था। आरोपी उसमें बैठकर फरार हो जाता था।