आगरा; थाना हरि पर्वत पुलिस ने एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया है। फर्जी दरोगा खुद को क्राइम ब्रांच का दरोगा बताता था, उसने एक युवक को दबिश का डर दिखाकर 50 हजार रुपये मांगे, लेकिन युवक की होशियारी से उसका भेद खुल गया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक थाना न्यू आगरा अंतर्गत नगला पदी के जागेश्वर नगर में संदीप कुमार रहते हैं। काफी समय पहले उनके पास विनोद नामक एक व्यक्ति किराये पर रहता था लेकिन दो साल से उसने अपना ठिकाना बदल दिया। कुछ महीने पहले वह दोबारा जागेश्वर नगर क्षेत्र में आने लगा।
संदीप ने बताया कि वह सादा कपड़ों में स्पोर्ट्स शूज पहनकर कमर में पिस्टल लगाकर रौब दिखाता था। उसने खुद को यूपी पुलिस की स्पेशल क्राइम ब्रांच में दरोगा बताया। वह अपनी तैनाती थाना हरीपर्वत चौकी पर होने की बात कहता था।
कुछ दिन पहले विनोद ने संदीप से संपर्क किया। उसने पुराना मुकदमा खुलने और उनका नाम आने की जानकारी संदीप को दी। क्राइम ब्रांच द्वारा दबिश दिए जाने की बात कही और मामला निपटाने के लिए 50 हजार रुपये मांगे। इसके लिए सादा कागज पर कथित रूप से क्राइम ब्रांच के एसपी की पर्ची दी। पर्ची में एक मोबाइल फोन नंबर पर बात करने और कथित दरोगा विनोद के भाई होने के कारण छोड़ने की बात लिखी थी। पर्ची में विनोद दरोगा के हाथ 50 हजार रुपये हरीपर्वत चौकी भेजने की बात लिखी थी। संदीप ने इसकी जानकारी अपने जीजा को दी। हरीपर्वत नाम से कोई चौकी न होने से जीजा को ठगी का शक हुआ।
जीजा को शक हुआ तो वह थाना हरीपर्वत पहुंचे और प्रशिक्षु आईपीएस अक्षय के सामने ही कथित दरोगा विनोद से कॉल पर बात की। फोन पर उसने खुद को दरोगा बताने की बात की तो उसे रुपये देने के लिए बुलाया। बीस हजार रुपये तत्काल और शेष रकम बाद में देने की बात तय हुई। खंदारी चौराहे के पास एक स्थान पर आरोपी कथित दरोगा को बुलाया गया और वहां उसे पहले 2500 रुपये दिए और शेष रकम थोड़ी देर में परिवार के एक व्यक्ति द्वारा लाने का आश्वासन दिया। तभी वहां पुलिस ने पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया।