आगरा: थाना सिकंदरा क्षेत्र में कारगिल चौराहे पर स्थित बालाजी ज्वैलर्स मालिक योगेश चौधरी की हत्या के एक आरोपी को पुलिस ने मंगलवार की तड़के मुठभेड़ में मार गिराया। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से घायल बदमाश को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के अनुसार मारे गए बदमाश का नाम अमन था और वह बिचपुरी के मघटई का रहने वाला था। पुलिस को सूचना मिली थी कि सिकंदरा के अंसल एपीआई में बन रहे फ्लैट में बदमाश छिपे हैं। पुलिस ने फ्लैट की घेराबंदी की तो अमन ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में उसे गोली लग गई। वारदात में शामिल रहे अमन के सगे भाई सुमित को भी पुलिस ने घेराबंदी कर वहीं से गिरफ्तार कर लिया। तीसरा आरोपी फारुख फरार है।
पुलिस ने मीडिया को बताया कि वारदात के दौरान चार दिन पहले सुमित ने ही अमन और फारुख को बाइक उपलब्ध कराई थी। सुमित खुद वारदात के समय दूर खड़ा था। फारुख और अमन कारगिल चौराहे के निकट स्थित बालाजी ज्वैलरी शोरूम में घुसे थे। लूट के बाद लौटते समय अमन ने योगेश उर्फ योगेंद्र को गोली मार दी थी। बदमाश करीब बीस लाख रुपये के आभूषण और नकदी लेकर फरार हो गए थे।
दिनदहाड़े हुई इस लूट और हत्याकांड को लेकर शहर के व्यापारियों में भारी आक्रोश था। उन्होंने पुलिस-प्रशासन को 72 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने की चेतावनी दी थी। व्यापारियों ने कहा था कि सोमवार शाम तक बदमाश गिरफ्तार नहीं हुए मंगलवार को आगरा बंद रखेंगे।
इधर पुलिस प्रशासन ने बदमाश की गिरफ्तारी के लिए करीब दो हजार पुलिस कर्मियों को विभिन्न टीमों के रूप में सक्रिय कर दिया था।
मैनपुरी के एसओजी प्रभारी कुलदीप दीक्षित चमके
आगरा। मैनपुरी के एसओजी प्रभारी कुलदीप दीक्षित आगरा में भी लंबे समय तक एसओजी प्रभारी रहे हैं। पुलिस कमिश्नर ने उन्हें भी बदमाशों की शिनाख्त के लिए लगाया था। बताया जा रहा है उन्होंने शिनाख्त के लिए जी तोड़ मेहनत की। शिनाख्त करने में उनका अहम रोल भी रहा।