आगरा: सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर मामा और भांजे को लाखों रुपये की चपत लगा दी। लाखों रुपये के बदले उन्हे फर्जी नियुक्ती पत्र थमा दिए गए। विभाग में नौकरी के लिए गए तो उन्हें अपने साथ ठगी होने की जानकरी हुई। पीड़ितों ने अब पुलिस से सहायता मांगी है और उनके साथ ठगी करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
राजपुर चुंगी के गोविंद नगर निवासी राजेश कुमार ने पुलिस को बताया कि ताजगंज के टीवी टावर निवासी वीरू शर्मा से उनकी जान पहचान थी। उसने 8 लाख रुपये में पत्नी की शिक्षा विभाग में नौकरी लगवाने के लिए बोला। इस पर उन्होंने हां कर दी। दस्तावेज लेकर पत्नी के साथ कमिश्नरी में बुलाया। वहां उसने राज शर्मा से उनकी मुलाकात कराई। उसने खुद को शिक्षा मंत्री का पीए बताया और ऑनलाइन एक रजिस्ट्रेशन किया। इसके बदले में 3200 रुपये भी लिए और नौकरी लग जाने का आश्वासन दिया।
इस दौरान राज शर्मा ने उन्हें पूरी तरह से आश्वस्त किया कि आपकी नौकरी लगेगी और इसके लिए एक हफ्ते के बाद लखनऊ से आपके के पास फोन भी आएगा। इस बीच दोनों ने कई बार मुलाकात कर 6 लाख रुपये ऐंठ लिए लेकिन पत्नी की नौकरी नहीं लगवाई। नौकरी के लिए उन दोनों ने कहा कि अभी बीएसए बदल गया है। दूसरा आने पर नियुक्ती पत्र मिल जाएगा।
इस बीच वीरू शर्मा ने एकलव्य स्टेडियम में भांजे की नौकरी लगवाले के लिए बोला। उसकी भी नौकरी लगवाने के नाम 2 लाख रुपये ले लिए। भांजे की तीन दिन ट्रेंनिग भी कराई। इसके बाद पत्नी और भांजे की नौकरी के लिए फर्जी नियुक्ती पत्र भी लाकर दे दिए। जिससे उन पर कोई शक न कर सके। पीड़ित जब उस विभाग में नियुक्त पत्र लेकर पहुँचे तो विभागीय अधिकारी भी सकते में आ गए क्योंकि विभाग में कोई वैकेंसी नहीं है। नियुक्ति पत्र देखा तो पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी थे।
ताजगंज थाना प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र शंकर पांडेय ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
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