आगरा: लोगों को झांसा देकर ठगने वालों ने पूर्व विधायक को भी नहीं छोड़ा। पिछले चुनाव में टिकट कटने के बाद से हाशिए पर चल रही आगरा ग्रामीण क्षेत्र की पूर्व विधायक हेमलता दिवाकर कुशवाह को महत्वपूर्ण पद दिलाने का लालच देकर एक जालसाज ने उनसे दो हजार रुपये झटक लिए। वह और अधिक रुपयों की मांग कर रहा था कि पूर्व विधायक को शक हो गया। उन्होंने पुलिस की मदद से उसे जेल भिजवा दिया।
आरोपी जालसाज राजनीति में सक्रिय महिलाओं को अपना शिकार बनाता था। उन्हें फोन करके महिला आयोग में सदस्य बनाने का झांसा देता था। शातिर के निशाने पर भाजपा में सक्रिय रहने वाली महिला कार्यकत्री रहती थीं। उसने सोशल मीडिया के माध्यम से उनके मोबाइल फोन नंबर लेकर उन्हें अपने बीजेपी आगरा नामक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ रखा था।
आगरा ग्रामीण क्षेत्र से विधायक रहीं हेमलता दिवाकर कुशवाहा के मोबाइल फोन पर विगत 26 फरवरी को कॉल आया था। कॉल करने वाले ने कहा, मैं मुख्यमंत्री कार्यालय से डॉ. अजय चौहान बोल रहा हूं। इस बार महिला आयोग की अध्यक्ष पूर्व विधायक को चुना जाना है। महिला आयोग का अध्यक्ष बनवा दिया जाएगा। इसके लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क के तौर पर दो हजार रुपये जमा कराने होंगे। शातिर लगातार उन्हें फोन करता रहा। हेमलता दिवाकर कुशवाह ने 28 फरवरी को दो हजार रुपये गूगल पे के माध्यम से भेज दिए, लेकिन जब उन्हें शक हुआ तो उनके भाई गीतम उर्फ सोनू दिवाकर ने प्राथमिकी दर्ज करवाई। पुलिस ने सर्विलांस टीम के सहयोग से आरोपी यशवीर सिंह निवासी बांस शोभाराम, गांव सैमरा खंदौली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
खंदौली थाना प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार मिश्र ने बताया कि आरोपी शातिर किस्म का अपराधी है। उसके खिलाफ थाना खंदौली में दो मुकदमे दर्ज हैं। वह राजनेताओं को अपने जाल मेंं फंसाता था। लोगों को फोन करके कहता था कि वह मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात है। अपने इस खेल में उसने तमाम लोगों को ठगी का शिकार बनाया।
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